राजस्थान की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। अंता से भाजपा विधायक कंवर लाल मीना की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने राज्य के महाधिवक्ता (एजी) राजेंद्र प्रसाद की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया और आधिकारिक तौर पर मीना की सदस्यता रद्द करने की घोषणा की। इस फैसले के बाद राज्य में एक बार फिर उपचुनाव की स्थिति पैदा हो गई है। एन्टा सीट अब रिक्त घोषित कर दी गई है और नियमों के अनुसार अगले छह महीने के भीतर वहां उपचुनाव कराना होगा।
'यह निर्णय हमारे दबाव का परिणाम है'
राजस्थान विधानसभा की अंता सीट से भाजपा विधायक कंवरलाल मीना की सदस्यता रद्द करने के फैसले पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह फैसला हमारे दबाव का नतीजा है। इसके लिए हमें राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष और अदालतों का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अगर सरकार निष्पक्ष होती तो यह निर्णय बहुत पहले ले लिया जाना चाहिए था। डोटासरा ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस आवाज नहीं उठाती तो भाजपा इस मुद्दे को लंबे समय तक लटकाए रखती।
सत्यमेव जयते
कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के नेता @TikaRamJullyINC द्वारा हाईकोर्ट में 'अदालत की अवमानना' याचिका दायर करने के भारी दबाव के बाद आखिरकार दोषी भाजपा विधायक कंवर लाल की सदस्यता रद्द करनी पड़ी।
देवनानी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा, 'यह फैसला पूरी तरह संविधान और नियमों के तहत लिया गया है।' हम ए.जी. की कानूनी राय का इंतजार कर रहे थे, और रिपोर्ट प्राप्त होने पर तुरंत सदस्यता रद्द करने का बुलेटिन जारी कर दिया गया। इसमें कोई गलती या देरी नहीं हुई।