केंद्र सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास योजना के तहत एक और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। हरियाणा के सिरसा और राजस्थान के चूरू जिले को जोड़ने के लिए एक नया हाईवे प्रस्तावित किया गया है। यह मार्ग राजस्थान के रेतीले क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जिससे दोनों राज्यों के बीच यातायात में सुधार होगा और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान में, सिरसा से चूरू तक यात्रा करने में काफी समय लगता है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों के लिए। लेकिन इस नए हाईवे के निर्माण से लोगों को एक सीधा और सुविधाजनक मार्ग मिलेगा। यह सड़क सिरसा से शुरू होकर जमाल, फेफाना, नोहर और तारानगर होते हुए चूरू तक पहुंचेगी।
इस सड़क के निर्माण से न केवल निजी वाहन चालकों को, बल्कि बस यात्रियों को भी लाभ होगा। वर्तमान में, सिरसा से चूरू के लिए बस सेवाएं सीमित हैं और खराब सड़कें यात्रियों के लिए कठिनाई का कारण बनती हैं। नए हाईवे के बनने से सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं बेहतर होंगी।
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में सड़क नेटवर्क का विकास अपेक्षाकृत धीमा रहा है, लेकिन इस हाईवे के निर्माण से इन क्षेत्रों में विकास की गति बढ़ेगी। यह नया मार्ग नोहर, तारानगर और चूरू को सीधे हरियाणा से जोड़ेगा, जिससे व्यापार और कृषि गतिविधियों को नई ऊर्जा मिलेगी।
निजी कंपनियों द्वारा इस परियोजना का सर्वेक्षण किया गया है और रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, यदि सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से पूरी होती हैं, तो इस हाईवे का निर्माण कार्य अगले वित्तीय वर्ष में शुरू हो सकता है।
सिरसा और चूरू दोनों जिलों में व्यापारियों की एक बड़ी संख्या है जो कृषि उत्पादों और अन्य सामानों का व्यापार करते हैं। इस हाईवे से उनके लिए नई संभावनाएं खुलेंगी।
जब भी किसी क्षेत्र में नई सड़क या हाईवे का निर्माण होता है, तो वहां की संपत्तियों के दाम बढ़ने लगते हैं। इसी तरह, सिरसा, नोहर, तारानगर और चूरू के क्षेत्रों में प्रॉपर्टी के दामों में वृद्धि की संभावना है।