FD से ज़्यादा रिटर्न और Zero Risk चाहिए? पोस्ट ऑफिस की ये 5 स्कीमें जान लो आज ही!
नई दिल्ली: अगर आप FD में पैसा लगाकर आराम से बैठ गए हैं और सोचते हैं कि इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता तो ये खबर आपको लिए है. पोस्ट ऑफिस की कुछ सरकारी स्कीमें न सिर्फ FD से ज़्यादा रिटर्न देती हैं, बल्कि पूरी तरह सुरक्षित भी हैं, यानी Zero Risk के साथ बेहतर मुनाफा.चलिए जानते हैं ऐसी 5 शानदार पोस्ट ऑफिस स्कीम्स के बारे में जो निवेश के लिए बहुत फायदेमंद और सुरक्षित हैं. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD) अकाउंटसबसे पहले है पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD) अकाउंट, जिसे आप 1 से 5 साल तक के लिए खोल सकते हैं. इसमें 1 से 3 साल तक की अवधि पर 6.9% और 5 साल के लिए 7.5% तक ब्याज मिलता है. इसकी खास बात है कि यह पूरी तरह से सरकारी गारंटी वाला निवेश है, जिससे यह FD से भी बेहतर और उतना ही सुरक्षित माना जाता है. मंथली इनकम स्कीम इसके अलावा, मंथली इनकम स्कीम (MIS) उन लोगों के लिए है जो हर महीने नियमित आय चाहते हैं. इसमें 7.4% सालाना ब्याज मिलता है, जो हर महीने आपके अकाउंट में दिया जाता है. इस स्कीम में सिंगल अकाउंट के लिए ₹9 लाख और जॉइंट अकाउंट के लिए ₹15 लाख तक निवेश किया जा सकता है, जो नियमित इनकम का बेहतरीन विकल्प है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) तीसरी है सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS), जो 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए खास है. इसमें 8.2% सालाना ब्याज मिलता है और यह हर तिमाही भुगतान करता है. निवेश सीमा ₹1000 से लेकर ₹30 लाख तक होती है, जिससे यह रिटायरमेंट के बाद की आय को सुरक्षित और सुचारू बनाती है. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)चौथी स्कीम है नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), जो लंबी अवधि की बचत और टैक्स बचत दोनों का बेहतरीन मेल है. इसमें 5 साल के टेन्योर पर 7.7% कंपाउंडेड ब्याज मिलता है, और यह 80C के तहत टैक्स छूट भी प्रदान करता है, जिससे यह कम रिस्क और पक्की ग्रोथ का विकल्प बनता है. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों के भविष्य के लिए एक उपहार जैसा निवेश है. इसमें 8.2% का टैक्स फ्री ब्याज मिलता है और आप ₹250 से शुरू करके सालाना ₹1.5 लाख तक निवेश कर सकते हैं. इसके साथ ही यह योजना ट्रिपल ई बेनिफिट देती है, यानी निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट तीनों टैक्स फ्री होते हैं, जो बेटी के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक बेहतरीन सरकारी योजना है.