राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में सोमवार को कांग्रेस ने 'जय हिंद सभा' आयोजित कर राष्ट्रीय सुरक्षा, सेना के सम्मान और केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। इस सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
'पाकिस्तान को आईएमएफ से कैसे मिली मदद'
बैठक में रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार से दस अहम सवाल पूछे। पाकिस्तान को आईएमएफ से 10 हजार करोड़ रुपये की मदद कैसे मिली और इसे रोकने के लिए भारत सरकार ने क्या कदम उठाए? 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?
'युद्ध विराम क्यों लगाया गया'
गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि उन्हें बैसरन घाटी के खुलने की जानकारी नहीं थी, जबकि स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि यह इलाका हमेशा खुला रहता था। क्या गृह मंत्री झूठ बोल रहे हैं? ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना की अगुआई के बावजूद 10 मई को अचानक युद्ध विराम क्यों घोषित कर दिया गया? इसकी शर्तें क्या थीं? पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाक संघर्ष में मध्यस्थता की थी। मोदी सरकार इस पर चुप क्यों रही?
"वन रैंक-वन पेंशन अभी भी अधूरी"
भारतीय सेना में 2 लाख सैनिकों और 50 हजार अफसरों के पद खाली हैं। वन रैंक-वन पेंशन अभी भी अधूरी है। माउंटेन स्ट्राइक कोर के लिए जरूरी 60 हजार सैनिकों की भर्ती एक दशक से अटकी हुई है। 2 फरवरी से 22 फरवरी 2025 के बीच एक विदेशी सैटेलाइट कंपनी ने पहलगाम इलाके की तस्वीरें खींचकर बेचीं, लेकिन भारतीय एजेंसियां इसे रोकने में नाकाम रहीं।
गहलोत ने 1971 के युद्ध का उदाहरण दिया
अशोक गहलोत ने कहा, "अगर प्रधानमंत्री की रगों में वाकई 'सिंदूर' बह रहा है, जैसा उन्होंने बीकानेर में कहा, तो अमेरिका के दबाव में युद्ध विराम क्यों किया गया?" इंदिरा गांधी के 1971 के फैसलों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "तब भी अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन भारत को नहीं रोक पाए थे। मोदीजी क्यों डरते हैं?"