पद्म पुरस्कार 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 मई 2025 को राष्ट्रपति भवन में सिविल अलंकरण समारोह-II में 68 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2025) की पूर्व संध्या पर कुल 139 पुरस्कारों की घोषणा की गई थी, जिसमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री शामिल हैं। पहले चरण में 28 अप्रैल 2025 को 71 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया था, और अब दूसरे चरण में शेष 68 व्यक्तियों को पुरस्कार दिए गए। इस सूची में बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा (मरणोपरांत) और सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी (मरणोपरांत) जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
नीचे कुछ प्रमुख हस्तियों के नाम और उनके योगदान दिए गए हैं जिन्हें 27 मई 2025 को सम्मानित किया गया-
पद्म विभूषण (मरणोपरांत):
1. शारदा सिन्हा: बिहार की 'कोकिला' के नाम से मशहूर लोक गायिका, जिन्होंने भोजपुरी, मैथिली, मगही, संस्कृत और हिंदी में छठ और लोकगीतों को लोकप्रिय बनाया। उनके गीत जैसे कार्तिक मास इजोरिया और सूरज भइले बिहान ने उन्हें घर-घर में मशहूर किया। उनकी मृत्यु 5 नवंबर 2024 को दिल्ली के AIIMS में हुई थी। उनके बेटे ने उनकी ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।
2. ओसामु सुजुकी: सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन, जिन्होंने भारत में मारुति सुजुकी की स्थापना कर ऑटोमोबाइल उद्योग में क्रांति लाई। 1981 में मारुति उद्योग लिमिटेड के गठन के साथ उन्होंने मारुति 800 को लॉन्च किया। जिसने भारत में मध्यम वर्ग की गतिशीलता को बढ़ाया। उनकी मृत्यु 2024 में 94 वर्ष की आयु में हुई थी। उनके बेटे और सुजुकी मोटर के सीईओ तोशिहिरो सुजुकी ने पुरस्कार ग्रहण किया।
1. शेखर कपूर: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता जिन्होंने बैंडिट क्वीन और एलिजाबेथ जैसी फिल्मों से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में योगदान दिया।
2. पंकज उदास (मरणोपरांत): मशहूर गजल गायक, जिन्होंने चिट्ठी आई है और आहिस्ता कीजिए बातें जैसे गीतों से गजल को जन-जन तक पहुंचाया। वह कैंसर और थैलेसीमिया रोगियों के लिए परोपकारी कार्यों में भी सक्रिय थे।
3. सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत): बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और BJP नेता जिन्होंने बिहार की राजनीति और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
4. एस. अजित कुमार: तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेता, जिन्होंने अपनी बहुमुखी अभिनय शैली से लाखों प्रशंसक बनाए और परोपकारी कार्यों में भी योगदान दिया।
5. नंदमुरी बालकृष्ण: तेलुगु सिनेमा के अभिनेता और आंध्र प्रदेश के विधायक, जिन्होंने सिनेमा और सामाजिक कार्यों में योगदान दिया।
1. रविचंद्रन अश्विन: भारत के दिग्गज क्रिकेटर, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 537 विकेट लिए और 2024 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। वह भारत के दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
2. अरिजीत सिंह: बॉलीवुड के मशहूर पार्श्व गायक, जिन्होंने तुम ही हो, चन्ना मेरेया, और गेरुआ जैसे गीतों से अपनी पहचान बनाई।
3. पी.आर. श्रीजेश: पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर और वर्तमान जूनियर भारतीय हॉकी टीम के कोच, जिन्होंने दो ओलंपिक कांस्य पदक जीते और FIH गोलकीपर ऑफ द ईयर अवॉर्ड तीन बार हासिल किया।
4. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़: प्रसिद्ध वैदिक विद्वान और ज्योतिषी, जिन्होंने भारतीय मूल्यों और वैदिक शिक्षा को बढ़ावा दिया।
5. लिबिया लोबो सरदेसाई: 100 वर्षीय गोवा की स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने 1955 में 'वोज दा लिबरडेड' (वॉयस ऑफ फ्रीडम) नामक भूमिगत रेडियो स्टेशन की सह-स्थापना की।
6. गोकुल चंद्र डे: पश्चिम बंगाल के 57 वर्षीय ढाक वादक, जिन्होंने पुरुष-प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को प्रशिक्षित कर लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ा।
7. नीरजा भटला: दिल्ली की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ, जिन्होंने सर्वाइकल कैंसर की पहचान और प्रबंधन में योगदान दिया।
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं। ये पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार और सार्वजनिक सेवा जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए दिए जाते हैं। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं:
दूसरे चरण का समारोह 27 मई 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ, जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पुरस्कार विजेता 29 मई 2025 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और राष्ट्रपति भवन तथा प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा करेंगे। गृह मंत्रालय ने 25 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 139 पुरस्कारों की घोषणा की थी।