स्तंभन दोष यानी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुषों को शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पर्याप्त इरेक्शन नहीं हो पाता या इसे बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। यह समस्या कई पुरुषों के लिए आत्मविश्वास और रिश्तों में तनाव की वजह बन सकती है। गर्मियों में एक खास फल — अनार (अनार) – इस समस्या से निजात पाने में सहायक हो सकता है।
एक्सपर्ट्स और स्टडीज यह संकेत देते हैं कि अनार में मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स और नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने वाले गुण ब्लड सर्कुलेशन को सुधार सकते हैं, जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन में अहम भूमिका निभाते हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन वह स्थिति है जब पुरुष का प्राइवेट पार्ट शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पूरी तरह से इरेक्ट नहीं हो पाता या इरेक्शन लंबे समय तक बरकरार नहीं रह पाता। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ आम होती जाती है, लेकिन आजकल यह युवाओं में भी देखी जा रही है।
यह समस्या शारीरिक कारणों जैसे हार्ट डिजीज, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और टेस्टोस्टेरोन की कमी से जुड़ी हो सकती है। वहीं मानसिक कारणों में स्ट्रेस, डिप्रेशन और रिलेशनशिप से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हो सकती हैं।
अनार को गर्मियों का सुपरफ्रूट कहा जाता है, जो न सिर्फ त्वचा और दिल के लिए फायदेमंद है, बल्कि सेक्सुअल हेल्थ को भी बेहतर बनाने में कारगर है।
अनार में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड एक ऐसा यौगिक है जो ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है — यही ब्लड फ्लो इरेक्शन की गुणवत्ता में सुधार लाने का मुख्य कारक होता है।
अनार को सीधे फल के रूप में खाया जा सकता है या फिर इसका जूस बनाकर सेवन किया जा सकता है। हालांकि, कई विशेषज्ञ यह मानते हैं कि अनार का जूस स्तंभन दोष में अधिक प्रभावशाली होता है।
अनार के जूस में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन, हार्मोन बैलेंस और टेस्टोस्टेरोन स्तर को बेहतर बना सकते हैं। इसके नियमित सेवन से न केवल यौन शक्ति में सुधार होता है बल्कि यह फर्टिलिटी यानी प्रजनन क्षमता को भी बढ़ा सकता है।
केवल अनार का सेवन ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि एक संतुलित जीवनशैली भी Erectile Dysfunction से निजात दिला सकती है। हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट को शामिल करना बेहद जरूरी है।
आपकी डाइट में हरी सब्जियां, ताजे फल, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ होने चाहिए। वहीं दूसरी ओर अत्यधिक तेल, चीनी और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाना जरूरी है।
रोजाना व्यायाम करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे न केवल Erectile Dysfunction में राहत मिलती है बल्कि शरीर की संपूर्ण कार्यप्रणाली में भी सुधार आता है। खासकर कार्डियो एक्सरसाइज जैसे ब्रिस्क वॉक, साइकलिंग और रनिंग से जननांगों तक ब्लड फ्लो बेहतर होता है।
स्मोकिंग और अत्यधिक शराब का सेवन Erectile Dysfunction को बढ़ा सकता है। यह ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे इरेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, तनाव और चिंता भी हार्मोनल असंतुलन को जन्म देते हैं, जिससे यौन क्रियाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अगर जीवनशैली में बदलाव और अनार जैसे प्राकृतिक उपायों के बावजूद भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है। कभी-कभी यह समस्या किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकती है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।