स्मॉलकैप स्टॉक्स में बाउंस बैक! BSE smallcap इंडेक्स 1 महीने में 10% चढ़ा, निवेशकों के लिए मौका या खतरे की घंटी?

नई दिल्ली: स्मॉल कैप शेयरों में एक बार फिर से तेजी बढ़ते हुए देखे जा रही है। पिछले 1 महीने का आंकड़े इस तथ्य का चिल्ला–चिल्ला कर बता रहे हैं। बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स केवल एक महीने में 10 फ़ीसदी की रैली रिपोर्ट हुई है। इन स्मॉल कैप स्टॉक्स में फिर से रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी काफी तेजी से बढ़ रही है। इस बार की यह तेजी 2024 के पहले हॉफ की स्मॉलकैप बुल रन रैली की याद दिला रही है। पिछले 1 महीने के दौरान 69 स्मॉलकैप शेयरों में 30% से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। इनमें सबसे ज्यादा रिटर्न सुवेन लाइफ साइंसेज के शेयर में दिखीं है जो 83% की थी। इसके अलावा जीआरएसई, Timex, IFCI, Nelcast और HLE Glascoat जैसे स्मॉलकैप शेयरों में पिछले 1 महीने के दौरान में 50% या उससे अधिक की रैली देखने को मिली है। पिछले दो महीने के दौरान निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स में 9% की रैली दिखाई दी है इसी दौरान निफ्टी 50 ने मात्र तीन प्रतिशत का रिटर्न दिया है। क्यों आ रही है स्मॉल कैप स्टॉक्स में रैली?स्मॉल कैप स्टॉक्स में आई हालिया रैली आने के पीछे कई सारी प्रमुख कारण हैं।1. जिसमें सबसे प्रमुख वजह बाजार के रिटेल निवेशक की स्मॉल कैप शेयरों में फिर से बढ़ती हुई भागीदारी है।2. दूसरी वजह बाजार बाजार में बहुत अधिक लिक्विडिटी है। लोग कैश लेकर के बैठे हुए हैं। करेक्शन बाद अब उसे निवेश कर रहे हैं। इस आग में घी डालने का काम म्युचुअल फंड्स और PMS हाउस के द्वारा भी किया जा रहा है जो अपने कैश का इस्तेमाल स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश करके कर रहे हैं।3. स्मॉल कैप में निवेश करने वाले निवेशक के मन में भारत के ग्रोथ को लेकर थी काफी अधिक विश्वास नजर आ रहा है उनका मानना है कि अगर भारत ग्रोथ करेगा तो स्मॉल कैप कंपनियां भी ग्रोथ करेंगी।4. बाजार के रिटेल निवेशक स्मॉल कैप स्टॉक्स में इसलिए भी निवेश कर रहे हैं क्योंकि उनका सोचना है कि कोई न कोई स्मॉल कैप स्टॉक एक बड़ा मल्टीबैगर बन सकता है।5. पांचवी और सबसे बड़ी वजह यह है कि अभी भी 2024 के बुल रन वाली मानसिकता निवेशकों के दिमाग से नहीं उतरी है उनका मानना है कि अभी भी स्मॉल कैप स्टॉक्स बड़ा रिटर्न देगा।अब बड़ा सवाल यह है क्या इन स्मॉल कैप स्टॉक्स की तेजी आगे भी जारी रहेगी या थम जाएगी तो आईए जानते हैं?1. अर्निंग सीजन जा रही है। इस बीच बाजार की कई सारी स्मॉल कैप कंपनियों ने अपने FY25 का मार्च क्वार्टर रिजल्ट पेश किया हैं। Merisis PMS के फंड मैनेजर अक्षय बजाते का कहना है देश की टॉप 750 लिस्टेड कंपनियों के मार्च क्वार्टर रिजल्ट के एनालिसिस करने के बाद पता चलता है कि स्मॉल कैप कंपनियों का Q4 का प्रॉफिट ग्रोथ स्लो रहा है। कंपनियों का मीडियन प्रॉफिट बिफोर टैक्स ग्रोथ 4% का रहा है। वहीं देश की ढाई सौ बड़ी कंपनियों का PBT ग्रोथ 11% का रहा है। जो स्मॉल कैप शेयरों की मौजूदा तेजी पर सवाल खड़ा करता है।2. स्मॉल कैप सेगमेंट में ऑपरेट करने वाली ज्यादातर कंपनियों का वैल्यूएशन इस समय महंगा है। लार्ज कैप कंपनियों का वैल्यूएशन इस समय स्मॉल कैप कंपनियों के मुकाबले सस्ता है। स्मॉल कैप कंपनियों का वैल्यूएशन अभी 32x PE पर कारोबार कर रही हैं, वहीं लार्जकैप का 22x पर है। वैल्यूएशन अधिक लेकिन इन स्मॉल कैप कंपनियों का मार्च तिमाही का कमाई भी कुछ खास नहीं रहा है तो इसका असर कंपनी के शेयरों का नजर आ सकता है।3. बाजार को गहराई से समझने वाले फंड मैनेजर्स स्मॉल कैप से जुड़े हुए निवेश को पहले से कम कर रहे हैं जो दिखा रहा है कि फंड मैनेजर अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते है।4. अगर बाजार में कोई खराब न्यूज़ आती है जैसे कि कंपनियों की प्रॉफिट में बड़ी गिरावट, इंटरनेशनल रिलेटेड प्रॉब्लम और ब्याज दर में बढ़ोतरी है तो इसका सीधा इंपैक्ट सबसे पहले स्मॉल कैप शेयरों पर ही नजर आएगा(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)