लखनऊ से एक वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, जिसमें एक महिला सिपाही चप्पल उतारकर मारती हुई दिखाई दे रही है। यह वीडियो खासा चर्चा में है क्योंकि इस दौरान डायल 112 के अन्य पुलिस सिपाही भी मौके पर मौजूद थे। मामला इतना सुलझा नहीं है, पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर जांच शुरू कर दी है।
विवाद की शुरुआत और वीडियो की सच्चाईजानकारी के मुताबिक, महिला सिपाही नम्रता यादव कमिश्नर कार्यालय में तैनात हैं और गुडंबा थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। उनका विवाद जय मध्य क्षेत्र के रहने वाले रामेंद्र तिवारी से चल रहा है। दोनों के मकान आस-पास हैं और दोनों के बीच निकलने वाले रास्ते को लेकर मनमुटाव है। यह विवाद तब और बढ़ गया जब महिला सिपाही नम्रता यादव ने उस इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी रखने की कोशिश की। इस बात का विरोध रामेंद्र तिवारी समेत अन्य स्थानीय लोगों ने किया, जिससे तकरार हुई और मामले की तूल पकड़ गई। विवाद के बीच पुलिस को बुलाना पड़ा और इसी दौरान महिला सिपाही का चप्पल से मारपीट करती हुई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
पुलिस का पक्ष और जांचपुलिस ने दोनों पक्षों से शिकायतें लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। डीसीपी नॉर्थ ज़ोन विजय आर शंकर ने बताया कि यह विवाद एक रास्ते को लेकर है। एक पक्ष का कहना है कि रास्ता उसी जगह से गुजरता है जबकि दूसरा पक्ष इसका विरोध कर रहा है। मामला कोर्ट तक पहुंचा है, जहां इस रास्ते के कानूनी अधिकार पर फैसला होना बाकी है। उन्होंने बताया कि घटना के दिन महिला कॉन्स्टेबल सीसीटीवी लगाने गई थीं, तभी विवाद हुआ। दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत की गई है और मामले की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि वे निष्पक्षता से जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
स्थानीय हालात और तनावमोहल्ले में दोनों पक्षों के मकान आस-पास होने के कारण रास्ता विवाद काफी समय से चल रहा है। ऐसे विवादों में अक्सर तनाव बढ़ जाता है और छोटी-छोटी बात भी बड़ी लड़ाई में बदल जाती है। इस बार भी महिला पुलिसकर्मी की मारपीट का वीडियो वायरल होने से मामला और भी गर्म हो गया है। स्थानीय लोग इस घटना से काफी परेशान हैं और चाहते हैं कि जल्द से जल्द मामला सुलझ जाए। पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है ताकि दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित हो सके।
महिला सिपाही का व्यवहार और सोशल मीडिया प्रतिक्रियावीडियो में महिला सिपाही का गुस्से में चप्पल से मारना सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं मिली हैं। कुछ लोग महिला सिपाही के इस व्यवहार को अनुचित बता रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि स्थिति इतनी गंभीर थी कि वह खुद को बचाने के लिए मजबूर थी। साथ ही, डायल 112 के सिपाहियों के मौजूद रहने के बावजूद किसी ने स्थिति को नियंत्रित नहीं किया, इस बात ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। कई यूजर्स ने पुलिस विभाग से इस मामले की गंभीर जांच करने की मांग की है।
निष्कर्षयह मामला न केवल एक स्थानीय विवाद का प्रतीक है, बल्कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास के मुद्दे को भी उजागर करता है। जहां एक ओर महिला पुलिसकर्मी द्वारा की गई यह घटना चिंता का विषय है, वहीं दूसरी ओर रास्ते के विवाद जैसी सामान्य समस्या भी लोगों के जीवन में तनाव और असुरक्षा की भावना पैदा करती है। पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि किन हालात में यह घटना हुई और आगे क्या कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला लखनऊ के जय मध्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने पूरे शहर में इस विवाद को उजागर कर दिया है। आगे की जांच और निष्पक्ष कार्रवाई से ही इस विवाद को खत्म करने और समाज में शांति स्थापित करने की उम्मीद की जा रही है।