ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देशभर में उत्साह है। बीजेपी ने इस मौके को बड़े स्तर पर मनाया है—तिरंगा यात्राएं निकाली गईं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर भाषण में इसका ज़िक्र कर रहे हैं। लेकिन इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को सलाह दी है कि वे इस संवेदनशील समय में राजनीति से दूरी बनाएं और आत्मप्रशंसा की बजाय दुश्मन पर ध्यान केंद्रित करें।
🔊 ‘कभी-कभी चुप रहना बेहतर होता है’ – खरगे का तंज
बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत में खरगे ने कहा, “मैं हर बात पर प्रतिक्रिया नहीं देता, लेकिन मेरा प्रधानमंत्री से निवेदन है कि सत्ता में बैठे लोगों को कभी-कभी चुप रहना चाहिए।” उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में राजनीतिक बयानबाज़ी से बचना चाहिए और सेना के समर्थन में एकजुटता दिखानी चाहिए।
🇮🇳 ‘सेना को क्रेडिट दें, खुद को नहीं’
खरगे ने पीएम के उस बयान पर भी सवाल उठाया जिसमें मोदी ने कहा था कि सेना को पूरी छूट दे दी गई है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष बोले, “अगर सेना को ताकत दी है, तो फिर ये कहने की जरूरत क्या है कि आपने दिया है? अपने काम की तारीफ खुद करना शोभा नहीं देता।”
🕊️ ‘राजनीतिक फायदे नहीं, राष्ट्रीय एकता ज़रूरी’
खरगे ने साफ किया कि इस वक्त राजनीति नहीं, संयम और राष्ट्रहित ज़रूरी है। उन्होंने कहा, “हमारे सभी मतभेदों के बावजूद, पूरा देश सेना के साथ है। लेकिन प्रधानमंत्री को भी यह दिखाना चाहिए कि वे इस समय को राजनीतिक अवसर नहीं, राष्ट्रीय एकजुटता के रूप में देख रहे हैं।”
🛡️ ‘जब तक सेना है, हम महफूज़ हैं’
कांग्रेस अध्यक्ष ने भरोसा जताया कि भारतीय सेना पर देश को गर्व है, और हम सब उसकी मजबूती के साथ खड़े हैं। उन्होंने पुराने भारत-पाक संघर्ष का हवाला देते हुए कहा कि उस वक्त पाकिस्तान की संसद तक में यह तय किया गया था कि कोई भी देश के खिलाफ बात नहीं करेगा।
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