50 की उम्र पार करने के बाद बहुत सी महिलाओं को हड्डियों से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. जैसे- हड्डियों में दर्द, चलने में तकलीफ, कमर झुक जाना या आसानी से फ्रैक्चर होना. डॉ. अखिलेश यादव (एसोसिएट डायरेक्टर – ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट , मैक्स हॉस्पिटल वैशाली) ने बताया कि इसका सबसे बड़ा कारण है हड्डियों का कमजोर होना, इसे ऑस्टियोपोरोसिस भी कहा जाता है.
डॉ. अखिलेश ने बताया कि महिलाओं की हड्डियों का स्वास्थ्य काफी हद तक हार्मोन एस्ट्रोजन पर डिपेंड करता है. यह हार्मोन हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है, लेकिन जब महिलाएं 45-50 की उम्र के बाद मेनोपॉज की स्थिति में पहुंचती हैं, तब एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर शरीर में कम होने लगता है. इसकी वजह से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं.
इसके अलावा कुछ और कारण भी हैं, जो इस उम्र में हड्डियों को कमजोर करते हैं:
लक्षण
प्रिवेंशन
संतुलित आहार लें: अपने भोजन में दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम और तिल जैसी चीजें शामिल करें। ये कैल्शियम से भरपूर होते हैं।
विटामिन D जरूरी है: रोज़ाना थोड़ी देर धूप में बैठें, ताकि शरीर को विटामिन D मिल सके।
व्यायाम करें: रोज़ाना हल्की एक्सरसाइज, योग या पैदल चलना हड्डियों को मजबूत बनाता है।
बोन डेंसिटी टेस्ट कराएं: 50 की उम्र के बाद हर महिला को हड्डियों की जांच करवानी चाहिए।
डॉक्टर की सलाह लें: अगर हड्डियों में ज्यादा दर्द या कमजोरी महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर दवा या सप्लीमेंट लें।
-महिलाओं को 50 की उम्र के बाद हड्डियों की खास देखभाल करनी चाहिए. सही खानपान, एक्सरसाइज और समय पर जांच से हड्डियों को लंबे समय तक मजबूत रखा जा सकता है