चंडीगढ़, 3 जून (आईएएनएस)। पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच के बाद 15 उम्मीदवारों के नामांकन स्वीकार किए गए हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी. ने मंगलवार को बताया कि 26 मई से 2 जून तक इस सीट के लिए कुल 22 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 15 उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए।
जिन उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए, उनमें बलदेव राज कटना (निर्दलीय), भारत भूषण (कांग्रेस), परुपकर सिंह घुम्मन (शिरोमणि अकाली दल), संजीव अरोड़ा (आम आदमी पार्टी), परमजीत सिंह भरज (निर्दलीय), अल्बर्ट दुआ (निर्दलीय), जतिंदर कुमार शर्मा (नेशनल लोक सेवा पार्टी), कमल पवार (निर्दलीय), राजेश शर्मा (निर्दलीय), नीटू (निर्दलीय), जीवन गुप्ता (बीजेपी), नवनीत कुमार (शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर), रेणु (निर्दलीय), पवनदीप सिंह (निर्दलीय), और गुरदीप सिंह काहलोन (निर्दलीय) शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि नाम 5 जून तक वापस लिए जा सकेंगे, जिसके बाद यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि उपचुनाव के लिए कितने उम्मीदवार मैदान में रहेंगे।
पंजाब की इस सीट को लेकर राजनीतिक माहौल पहले ही गरमा गया है, जो मौजूदा विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी (58) के निधन के बाद खाली हुई है। जनवरी में गोली लगने से बस्सी की मौत हो गई थी।
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए 19 जून को वोट डाले जाएंगे। वहीं, वोटों की गिनती 23 जून को होगी।
राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने फरवरी में राज्यसभा सदस्य अरोड़ा को उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था। अरोड़ा के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को मैदान में उतारा है। आशु करोड़ों रुपए के खाद्यान्न परिवहन और श्रमिक कार्टेज टेंडर घोटाले में आरोपी हैं। वहीं, अकाली दल ने उपचुनाव के लिए घुम्मन को और भाजपा ने जीवन गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है।
राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर अरोड़ा उपचुनाव जीतते हैं तो आप संयोजक अरविंद केजरीवाल उनकी जगह राज्यसभा जा सकते हैं। हालांकि, पार्टी ने अभी तक इस बात से इनकार किया है कि केजरीवाल राज्यसभा जा रहे हैं।
--आईएएनएस
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