Stress Causes Health Problems: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव (स्ट्रेस) एक आम समस्या बन गया है. काम का दबाव, रिश्तों में उलझन, पैसों की चिंता, या कोई भी बड़ी समस्या हमें तनावग्रस्त कर सकती है. थोड़ा-बहुत तनाव सामान्य है, लेकिन जब यह हद से ज्यादा बढ़ जाता है और लंबे समय तक बना रहता है, तो यह हमारे शरीर और दिमाग के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. यह सिर्फ हमारी मानसिक शांति को ही भंग नहीं करता, बल्कि कई गंभीर शारीरिक बीमारियों को भी जन्म दे सकता है. आइए जानते हैं ऐसी 5 बीमारियां जो ज्यादा स्ट्रेस के कारण पनप सकती हैं, और कैसे रहें सतर्क.
लगातार तनाव में रहने से हमारे दिल पर बुरा असर पड़ता है. जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारा शरीर स्ट्रेस हार्मोन जैसे कि कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन छोड़ता है. ये हार्मोन रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) और दिल की धड़कन को बढ़ा देते हैं. लंबे समय तक ऐसा होने से धमनियां (arteries) सख्त हो सकती हैं और दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
पेट और दिमाग का सीधा संबंध होता है. ज्यादा तनाव होने पर पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है. इससे एसिडिटी, कब्ज, दस्त, पेट में दर्द, और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। तनाव के कारण पेट में अल्सर का खतरा भी बढ़ जाता है.
स्ट्रेस हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को कमजोर कर देता है. जब इम्यूनिटी कमजोर होती है, तो हम बीमारियों और संक्रमणों से आसानी से घिर जाते हैं. छोटी-मोटी सर्दी-खांसी से लेकर गंभीर बीमारियां जैसे फ्लू या अन्य वायरल इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है.
शोध बताते हैं कि ज्यादा तनाव से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. तनाव के दौरान शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है क्योंकि स्ट्रेस हार्मोन इंसुलिन की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं. अगर आपको पहले से ही डायबिटीज है, तो तनाव आपके शुगर लेवल को और खराब कर सकता है.
स्ट्रेस सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है. लंबे समय तक तनाव में रहने से डिप्रेशन (अवसाद), एंग्जायटी (घबराहट), पैनिक अटैक और नींद न आने की समस्या (अनिद्रा) हो सकती है. ये सभी समस्याएं व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को बुरी तरह प्रभावित करती हैं.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)