बैंक में कितनी FD रखने पर नहीं आएगा इनकम टैक्स का नोटिस? जानिए सबसे Safe Limit
sabkuchgyan June 06, 2025 10:25 AM

आज के समय में ज्यादातर लोग अपनी बचत को सुरक्षित और बढ़ाने के लिए Fixed Deposit (FD) को चुनते हैं। FD निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें पैसा सुरक्षित रहता है और तय ब्याज दर पर निश्चित रिटर्न मिलता है। लेकिन, कई बार FD में ज्यादा रकम रखने या ब्याज इनकम बढ़ने पर Income Tax Department की नजर आपके ऊपर आ सकती है। ऐसे में हर निवेशक के मन में यह सवाल उठता है कि बैंक में कितनी FD रखने पर Income Tax का Notice नहीं आएगा? FD की Safe Limit क्या है? इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में बताएंगे कि FD में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, TDS की लिमिट क्या है, और Income Tax Notice से कैसे बचा जा सकता है।

FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स कैसे लगता है, FD में निवेश की Safe Limit क्या है, TDS (Tax Deducted at Source) की नई लिमिट क्या है, और Income Tax Notice से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – इन सभी सवालों के जवाब आपको यहां मिलेंगे। साथ ही, हम FD से जुड़े नए नियम, टैक्स छूट के विकल्प, और जरूरी फॉर्म्स की जानकारी भी देंगे, ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपनी FD का फायदा उठा सकें और टैक्स नोटिस से बच सकें।

बैंक में एफडी के लिए सुरक्षित सीमा क्या है? (एफडी सुरक्षित सीमा और कराधान अवलोकन)

FD (Fixed Deposit) में निवेश करते समय सबसे जरूरी बात है – FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स और FD में जमा रकम की Safe Limit। Income Tax Department कुछ खास लिमिट के बाद आपकी FD या बैंक ट्रांजेक्शन पर नजर रखता है। अगर आप इन लिमिट्स के अंदर रहते हैं और सही तरीके से ब्याज इनकम को ITR में दिखाते हैं, तो आपको Income Tax Notice आने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

बिंदु (Point) जानकारी (Details)
FD पर TDS कटने की लिमिट (2025-26) सामान्य नागरिक: ₹50,000/वर्ष, वरिष्ठ नागरिक: ₹1,00,000/वर्ष
FD पर ब्याज इनकम टैक्स स्लैब आपकी कुल इनकम के टैक्स स्लैब के अनुसार
FD में जमा रकम पर IT Notice कब? जब FD में कुल जमा ₹10 लाख/वर्ष से ज्यादा हो
FD ब्याज पर TDS की दर PAN देने पर 10%, बिना PAN 20%
FD ब्याज पर टैक्स छूट (Section 80C) 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर ₹1.5 लाख तक छूट
FD ब्याज पर टैक्स छूट (Section 80TTB) वरिष्ठ नागरिकों को ₹50,000 तक ब्याज पर छूट
ब्याज इनकम को ITR में दिखाना जरूरी? हां, हर साल ब्याज इनकम ITR में दिखाना जरूरी
FD में जमा रकम की Safe Limit ₹10 लाख/वर्ष से कम FD पर IT Notice की संभावना कम

FD पर TDS (Tax Deducted at Source) की नई लिमिट

  • 1 अप्रैल 2025 से, FD पर TDS की लिमिट आम नागरिकों के लिए ₹50,000/वर्ष और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹1,00,000/वर्ष हो गई है।
  • अगर आपकी FD से सालाना ब्याज इनकम इस लिमिट से कम है, तो बैंक TDS नहीं काटेगा।
  • अगर ब्याज इनकम लिमिट से ज्यादा है, तो बैंक 10% TDS काटेगा (अगर आपने PAN दिया है) या 20% (अगर PAN नहीं दिया है)।

FD में जमा रकम पर Income Tax Notice कब आता है?

  • अगर आपकी FD में सालभर में कुल जमा रकम ₹10 लाख या उससे ज्यादा हो जाती है, तो बैंक यह जानकारी Income Tax Department को भेजता है।
  • ₹10 लाख या उससे ज्यादा की FD पर ITD जांच कर सकता है कि पैसा कहां से आया है। अगर आपकी declared income (घोषित आय) के हिसाब से यह रकम ज्यादा लगती है, तो Notice आ सकता है।
  • FD की रकम चाहे एक ही बैंक में हो या कई बैंकों में, कुल मिलाकर ₹10 लाख से ज्यादा होने पर scrutiny (जांच) संभव है।

FD में कितनी रकम रखना Safe है? (FD Safe Limit in Hindi)

  • FD Safe Limit: साल में कुल जमा FD ₹10 लाख से कम रखें, तो Income Tax Notice आने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
  • FD में जमा रकम आपकी declared income के हिसाब से होनी चाहिए। अगर आपकी सालाना आय ₹5 लाख है और आपने ₹15 लाख की FD कर दी, तो ITD को शक हो सकता है।
  • FD में ब्याज इनकम सालाना ₹50,000 (सामान्य नागरिक) या ₹1,00,000 (वरिष्ठ नागरिक) से कम हो, तो TDS नहीं कटेगा।
  • FD की रकम और ब्याज इनकम दोनों को ITR में सही-सही दिखाएं।

FD पर TDS और टैक्स के नियम (FD TDS & Tax Rules)

  • FD पर मिलने वाला ब्याज आपकी कुल इनकम में जुड़ता है और आपकी टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है।
  • बैंक तभी TDS काटता है, जब ब्याज इनकम सालाना लिमिट से ज्यादा हो।
  • अगर आपकी कुल इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम है, तो आप Form 15G (60 साल से कम) या Form 15H (वरिष्ठ नागरिक) बैंक में जमा कर सकते हैं। इससे TDS नहीं कटेगा।
  • TDS कटने के बाद भी आपको ब्याज इनकम ITR में दिखानी होती है।

FD में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखें? (FD Investment Tips)

  • FD की रकम अपनी declared income के हिसाब से ही रखें।
  • FD पर मिलने वाले ब्याज की पूरी जानकारी रखें – बैंक से Interest Certificate लें।
  • FD ब्याज इनकम हर साल ITR में “Other Sources” के तहत दिखाएं।
  • FD में अगर cash deposit ₹10 लाख या ज्यादा है, तो उसकी सही-सही जानकारी और स्रोत (source) डॉक्यूमेंट रखें।
  • PAN जरूर बैंक को दें, वरना TDS 20% कटेगा।
  • FD में निवेश के लिए 5 साल की Tax Saving FD चुनें, तो Section 80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट मिलेगी।

FD पर टैक्स छूट के विकल्प (Tax Saving Options on FD)

  • Section 80C: 5 साल की Tax Saving FD में निवेश कर सकते हैं। इसमें सालाना ₹1.5 लाख तक का निवेश टैक्स से छूट योग्य है। लेकिन FD का ब्याज taxable रहेगा।
  • Section 80TTB: वरिष्ठ नागरिकों को बैंक, पोस्ट ऑफिस, को-ऑपरेटिव सोसाइटी में जमा पर मिलने वाले ब्याज में ₹50,000 तक की छूट मिलती है।
  • FD ब्याज इनकम पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होता है, लेकिन TDS लिमिट के अंदर रहने पर TDS नहीं कटेगा।

FD में निवेश पर Income Tax Notice क्यों आता है? (Why Income Tax Notice on FD?)

  • अगर FD में जमा रकम या ब्याज इनकम आपकी declared income से ज्यादा है।
  • FD में सालभर में ₹10 लाख या ज्यादा जमा किया है।
  • FD ब्याज इनकम को ITR में नहीं दिखाया या गलत जानकारी दी।
  • FD पर TDS कटा, लेकिन ब्याज इनकम ITR में नहीं दिखाई।
  • FD में cash deposit किया और उसका source नहीं बताया।

FD में Income Tax Notice से कैसे बचें? (How to Avoid IT Notice on FD?)

  • FD ब्याज इनकम को हर साल सही-सही ITR में दिखाएं।
  • FD में जमा रकम का source (स्रोत) साफ रखें – salary, business, inheritance आदि।
  • FD से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स, interest certificate, TDS certificate संभाल कर रखें।
  • PAN बैंक को जरूर दें।
  • FD में cash deposit ₹10 लाख से ज्यादा न करें, और अगर करें तो उसका source जरूर बताएं।
  • समय पर ITR फाइल करें और सभी जानकारी सही भरें।

FD, TDS और IT Notice – जरूरी सवाल-जवाब (FAQ)

Q1. FD में कितनी रकम रखने पर Income Tax Notice नहीं आएगा?
A: अगर आपकी FD में सालाना जमा रकम ₹10 लाख से कम है और ब्याज इनकम सही तरीके से ITR में दिखाई है, तो Notice की संभावना बहुत कम है।

Q2. FD पर TDS कब कटता है?
A: जब आपकी FD से सालाना ब्याज इनकम ₹50,000 (सामान्य नागरिक) या ₹1,00,000 (वरिष्ठ नागरिक) से ज्यादा हो जाती है।

Q3. FD ब्याज इनकम को ITR में दिखाना जरूरी है?
A: हां, हर साल FD ब्याज इनकम को ITR में “Other Sources” के तहत दिखाना जरूरी है।

Q4. FD में cash deposit की limit क्या है?
A: FD में सालाना ₹10 लाख या उससे ज्यादा cash deposit करने पर बैंक यह जानकारी ITD को भेजता है। Source बताना जरूरी है।

Q5. FD पर टैक्स छूट कैसे मिलेगी?
A: 5 साल की Tax Saving FD में निवेश पर Section 80C के तहत ₹1.5 लाख तक छूट मिलेगी। वरिष्ठ नागरिकों को Section 80TTB के तहत ₹50,000 तक ब्याज पर छूट मिलेगी।

FD, TDS और IT Notice – तुलना सारणी (Comparison Table)

बिंदु Safe Limit / नियम
FD ब्याज पर TDS लिमिट सामान्य नागरिक: ₹50,000/वर्ष, वरिष्ठ नागरिक: ₹1,00,000/वर्ष
FD में जमा Safe Limit ₹10 लाख/वर्ष से कम
FD ब्याज पर टैक्स आपकी टैक्स स्लैब के अनुसार
FD ब्याज पर टैक्स छूट Section 80C (Tax Saving FD), Section 80TTB (वरिष्ठ नागरिक)
FD ब्याज को ITR में दिखाना जरूरी
FD पर IT Notice कब? FD में ₹10 लाख/वर्ष से ज्यादा जमा या ब्याज इनकम में गड़बड़ी

FD में Notice आने पर क्या करें? (What to do if you get IT Notice on FD?)

  • Notice का जवाब समय पर दें।
  • FD से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स, interest certificate, TDS certificate, source of funds जमा करें।
  • FD में जमा रकम का source (salary, business, inheritance आदि) साफ-साफ बताएं।
  • जरूरत पड़े तो tax expert या CA से सलाह लें।
  • Notice का जवाब online या offline ITD के निर्देश अनुसार दें।

FD में निवेश – जरूरी टिप्स (Key Tips for FD Investment)

  • FD की रकम declared income के हिसाब से रखें।
  • FD ब्याज इनकम हर साल ITR में दिखाएं।
  • PAN बैंक को जरूर दें।
  • FD में cash deposit ₹10 लाख से ज्यादा न करें।
  • FD ब्याज इनकम पर टैक्स छूट के विकल्प चुनें – Tax Saving FD, Section 80TTB।
  • FD से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स संभाल कर रखें।

अस्वीकरण:

यह जानकारी आपकी सुविधा के लिए दी गई है। FD में निवेश करने से पहले अपने टैक्स स्लैब और declared income का ध्यान रखें। FD में सालाना ₹10 लाख से कम जमा और ब्याज इनकम को सही तरीके से ITR में दिखाने पर Income Tax Notice की संभावना बहुत कम होती है। सभी नियम समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए निवेश से पहले बैंक या टैक्स एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। FD में निवेश पूरी तरह से Safe है, लेकिन टैक्स नियमों का पालन करना जरूरी है। FD पर मिलने वाला ब्याज taxable होता है, और TDS लिमिट के अंदर रहने पर ही टैक्स कटौती से राहत मिलती है। FD में निवेश और टैक्स नियमों की सही जानकारी आपको Notice से बचा सकती है। FD कोई फर्जी या स्कैम प्रोडक्ट नहीं है, यह पूरी तरह से सुरक्षित बैंकिंग प्रोडक्ट है, लेकिन टैक्स नियमों का पालन जरूरी है।

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