Fake QR Code से हो रही ठगी, राजस्थान पुलिस ने जारी की चेतावनी और बताए बचने के तरीके
Samachar Nama Hindi June 06, 2025 09:42 PM

अगर आप किसी दुकान पर सामान खरीदते हैं और QR कोड से भुगतान करते हैं तो सावधान हो जाइए, राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगी के एक नए तरीके के खिलाफ चेतावनी जारी की है। अपराधी अब दुकानों और प्रतिष्ठानों पर असली QR कोड की जगह नकली QR कोड चिपका रहे हैं, जिससे आप जो पैसा दुकानदार को दे रहे हैं। वह सीधे जालसाजों के खाते में जा रहा है। एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार ने बताया कि इस संबंध में राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने एडवाइजरी नंबर 10/2025 जारी कर लोगों और व्यापारियों को इस ठगी से बचने के उपाय बताए हैं।

पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधी लगातार अपने हथकंडे बदल रहे हैं, और यह उनका नया तरीका है। जिससे वे आसानी से लोगों को ठग रहे हैं।

कैसे हो रही है यह ठगी

आजकल हम सभी पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसे एप से QR कोड स्कैन करके दुकानों पर भुगतान करते हैं। इसका फायदा अपराधी उठा रहे हैं। वे बड़ी चालाकी से अपने द्वारा बनाए गए नकली QR कोड को दुकानदारों के असली QR कोड पर चिपका देते हैं जो उन्हें पेमेंट कंपनियों से मिलते हैं। जब आप सामान खरीदने के बाद इस फर्जी क्यूआर कोड को स्कैन करके पैसे भेजते हैं, तो पैसे दुकानदार के पास जाने की बजाय सीधे जालसाजों के बैंक खाते में चले जाते हैं। दुकानदार को अक्सर तब पता चलता है जब उसे पेमेंट का मैसेज नहीं मिलता, लेकिन तब तक ग्राहक जा चुका होता है और पैसे अपराधियों के पास पहुंच चुके होते हैं।

ऐसे रहें सुरक्षित

राजस्थान पुलिस ने दुकानदारों और आम जनता दोनों को इस धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ सरल और महत्वपूर्ण बातें बताई हैं।

क्यूआर कोड को सुरक्षित स्थान पर रखें: अपनी दुकान के क्यूआर कोड को ऐसी जगह रखें, जहां कोई आसानी से इसे बदल न सके या इस पर कुछ चिपका न सके। रात में हटा दें: हो सके तो रात में दुकान बंद करते समय क्यूआर कोड को सुरक्षित तरीके से अंदर रखें। नियमित रूप से चेक करें: समय-समय पर अपने क्यूआर कोड को ध्यान से देखें, चेक करें कि इस पर कोई और क्यूआर कोड तो नहीं चिपका है। भुगतान होते ही चेक करें: भुगतान प्राप्त होने के बाद तुरंत अपने फोन या बैंक खाते की जांच करें कि पैसे आए हैं या नहीं।

कहां दर्ज कराएं शिकायत

अगर आप इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार होते हैं या कुछ भी संदिग्ध नजर आता है, तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें।

साइबर हेल्पलाइन नंबर: 1930 साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: https://cybercrime.gov.inआपका नजदीकी पुलिस स्टेशन साइबर पुलिस स्टेशन
राजस्थान पुलिस ने सभी से सतर्क रहने और इन सावधानियों का पालन करके साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचाने की अपील की है।

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