सहारा इंडिया का पैसा लौटेगा! जानिए लेटेस्ट अपडेट Sahara India Pariwar Refund
sabkuchgyan June 08, 2025 09:30 AM

Sahara India Pariwar Refund: सहारा इंडिया के करोड़ों निवेशकों के लिए 2025 में बड़ी राहत की खबर आई है। लंबे समय से अपने फंसे हुए पैसे का इंतजार कर रहे निवेशकों को अब उनकी राशि वापस मिलना शुरू हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई रिफंड योजना के तहत निवेशकों को उनका मूल निवेश वापस दिया जा रहा है। सहकारिता मंत्रालय द्वारा संचालित इस योजना के माध्यम से अब तक हजारों निवेशकों को उनके पैसे मिल चुके हैं।

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हाल ही में जानकारी दी है कि सहारा ग्रुप की चार सहकारी समितियों में निवेश करने वाले लगभग ढाई लाख छोटे निवेशकों को 241 करोड़ रुपए की राशि वापस की जा चुकी है। यह राशि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेबी के सहारा रिफंड खाते से सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार को हस्तांतरित की गई थी। अब इस योजना का दायरा और भी बढ़ाया जा रहा है।

रिफंड योजना का विस्तार और नई व्यवस्था

सरकार ने सहारा रिफंड योजना में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जिससे अधिक निवेशकों को लाभ मिल सकेगा। पहले इस योजना के तहत केवल 19,999 रुपए तक के दावे स्वीकार किए जा रहे थे, लेकिन अब यह सीमा बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दी गई है। इसके अलावा निवेशकों को उनकी मूल राशि के साथ 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज भी दिया जा रहा है। यह निर्णय उन निवेशकों के लिए बड़ी राहत है जिनका पैसा लंबे समय से फंसा हुआ था।

रिफंड प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। छोटे निवेशकों को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि जिन लोगों के पास कम पैसा फंसा है उन्हें पहले राहत मिले। सरकार का लक्ष्य है कि सभी पात्र निवेशकों को 45 दिन के भीतर उनकी राशि वापस कर दी जाए। अब तक लगभग डेढ़ करोड़ निवेशकों ने रिफंड पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है।

पात्रता और आवश्यक शर्तें

सहारा रिफंड योजना का लाभ उठाने के लिए निवेशकों को कुछ निर्धारित शर्तों को पूरा करना होगा। यह योजना केवल चार विशिष्ट सहकारी समितियों में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए है जिनमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड लखनऊ, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड भोपाल, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड कोलकाता और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड हैदराबाद शामिल हैं।

निवेशकों के पास अपने निवेश के प्रमाण के रूप में मूल दस्तावेज होने चाहिए जैसे कि जमा रसीद, निवेश प्रमाणपत्र और पहचान दस्तावेज। आवेदन के समय सही बैंक खाता विवरण देना आवश्यक है क्योंकि रिफंड की राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। जिन निवेशकों के आवेदन पहले रिजेक्ट हो गए थे उनके लिए पुनः आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी

सहारा रिफंड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पूर्णतः ऑनलाइन है। निवेशकों को सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण कराना होगा। पहले चरण में आधार नंबर से सत्यापन करना होगा और ओटीपी के माध्यम से पुष्टि करनी होगी। इसके बाद व्यक्तिगत जानकारी, बैंक विवरण और निवेश संबंधी दस्तावेज अपलोड करने होंगे।

आवेदन जमा करने के बाद संबंधित अधिकारी द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाएगी। सत्यापन के बाद पात्र निवेशकों की सूची तैयार की जाएगी और स्वीकृत राशि उनके बैंक खाते में भेज दी जाएगी। निवेशक अपने आवेदन की स्थिति को पोर्टल पर लॉगिन करके देख सकते हैं। जिन लोगों के नाम रिफंड लिस्ट में शामिल हैं उन्हें 45 दिन के भीतर पैसा मिल जाएगा।

रिफंड लिस्ट और भुगतान की स्थिति

सरकार द्वारा नियमित रूप से सहारा रिफंड लिस्ट अपडेट की जा रही है। यह लिस्ट राज्यवार तैयार की जाती है जिससे निवेशक आसानी से अपने नाम की जांच कर सकें। फरवरी 2025 में जारी की गई नवीनतम लिस्ट के अनुसार बड़ी संख्या में निवेशकों के नाम शामिल किए गए हैं। जिन निवेशकों का नाम इस लिस्ट में है उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर उनकी राशि मिल जाएगी।

रिफंड प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से आधिकारिक पोर्टल पर अपडेट देखते रहें। किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराया गया है। सरकार का यह कदम न केवल निवेशकों को राहत दे रहा है बल्कि वित्तीय क्षेत्र में लोगों का भरोसा भी बहाल कर रहा है।

भविष्य की योजना और अपेक्षाएं

सहारा रिफंड योजना की सफलता को देखते हुए सरकार इसका दायरा और भी बढ़ाने की योजना बना रही है। अभी तक जो निवेशक इस योजना के दायरे में नहीं आ पाए हैं उनके लिए भी जल्द ही व्यवस्था की जा सकती है। सरकार का लक्ष्य है कि सभी पात्र निवेशकों को उनका पैसा वापस दिलाया जाए चाहे वह छोटी राशि हो या बड़ी।

इस योजना से न केवल निवेशकों को राहत मिली है बल्कि यह वित्तीय सुधार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। रिफंड से प्राप्त धन से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और लोगों की खरीदारी शक्ति में वृद्धि होगी। यह योजना यह भी सुनिश्चित करती है कि भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके और निवेशकों के हितों की रक्षा की जा सके।

अस्वीकरण: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और सामान्य जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। सहारा रिफंड योजना की नवीनतम जानकारी, पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया के लिए कृपया आधिकारिक सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल देखें। किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से पहले संबंधित अधिकारियों से पुष्टि करना उचित होगा। लेखक इस जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देता है।

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