इस वर्ष 2025 में सोने की चमक ने निवेशकों को आकर्षित किया है, लेकिन विशेषज्ञों ने एक चौंकाने वाला पूर्वानुमान प्रस्तुत किया है। सोने की कीमतों में जल्द ही 12 से 15 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल सकती है।
यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं या शादी के लिए सोना खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम सोने के भाव, इसके कारणों और निवेश की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
इस साल की शुरुआत से सोने ने निवेशकों को 35 प्रतिशत से अधिक का शानदार रिटर्न दिया है। अप्रैल 2025 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई थी। हालांकि, मुनाफावसूली के कारण इसमें कुछ कमी आई, लेकिन हाल के दिनों में सोने में फिर से तेजी आई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने सोने की कीमतों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत में, जहां शादी-विवाह में सोने की खरीदारी एक परंपरा है, इस तेजी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
मॉर्निंगस्टार के विश्लेषक मिल्स ने हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा है कि अगले दो महीनों में सोने की कीमतों में भारी गिरावट संभव है। उनका अनुमान है कि भारत में सोने की कीमत 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती है।
इस गिरावट का मुख्य कारण सोने की आपूर्ति में वृद्धि है। जब किसी वस्तु की आपूर्ति जरूरत से अधिक बढ़ जाती है, तो उसकी कीमतों में कमी आना स्वाभाविक है। क्वांट म्यूचुअल फंड की ताजा रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि करती है कि हाल के दिनों में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव देखा गया है।
भारत में सोना केवल निवेश का साधन नहीं है, बल्कि यह संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। शादी-विवाह में सोने के गहनों को उपहार में देने की परंपरा सदियों पुरानी है। यदि सोने की कीमतों में गिरावट आती है, तो यह आम लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। सस्ते दामों पर सोना खरीदकर लोग अपनी बचत को बढ़ा सकते हैं।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि सोने में निवेश हमेशा एक सुरक्षित विकल्प होता है। भले ही कीमतों में गिरावट की संभावना हो, फिर भी अपने निवेश पोर्टफोलियो में 10 से 15 प्रतिशत हिस्सेदारी सोने की रखना समझदारी है। यह शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के समय आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करता है।
अगर सोने की कीमतें 12 से 15 प्रतिशत तक गिरती हैं, तो यह निवेशकों के लिए सस्ते दामों पर सोना खरीदने का एक शानदार मौका होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है। यदि यह फिर से तेज होता है, तो सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।