चमत्कार! खोपड़ी से आर-पार हुई गोली, फिर भी बच गई 17 साल के श्लोक गुर्जर की जान
Lifeberrys Hindi June 08, 2025 09:42 PM

क्या जिंदगी में चमत्कार होते हैं? राजस्थान के कोटा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी यही कहेंगे — हाँ, ऐसा सच में होता है। यहाँ 17 साल के युवक श्लोक गुर्जर को खेलते समय गोली लग गई, जो कान के पास से खोपड़ी को चीरती हुई दूसरी तरफ निकल गई। इसके बावजूद उसकी जान बच गई। यह सुनना और विश्वास करना दोनों ही मुश्किल है। हर कोई यही सोच रहा है कि इतनी गंभीर चोट के बावजूद युवक कैसे बच गया। पांच दिन बाद उसे नई जिंदगी मिली।

यह घटना पिछले शनिवार की है। कोटा जिले के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र का रहने वाला श्लोक गुर्जर, जो 10वीं कक्षा का छात्र है, अपने पड़ोस के लड़कों के साथ खेल रहा था। अचानक वह गिर पड़ा और बेहोश हो गया, उसके कान से खून बह रहा था। परिवार ने इसे खेलते समय लगी चोट समझकर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया, जहाँ सामान्य इलाज के बाद वह ठीक हो गया और आराम से चलने-फिरने लगा।

मगर, माता-पिता ने आगे के इलाज के लिए झालावाड़ जिला अस्पताल के डॉक्टर से सलाह ली। डॉक्टर ने मुंह के अंदर कुछ असामान्य देखा और कोटा के एक विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेने को कहा। मामला दो दिन बाद कोटा के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. मामराज अग्रवाल के पास पहुंचा। एक्स-रे देखकर वे भी दंग रह गए।

डॉ. मामराज ने बताया, "हमने गुरुवार को गाल में फंसी गोली को निकालने के लिए सर्जरी की। अपने 38 साल के करियर में ऐसा केस कभी नहीं देखा। गोली कान के पास से अंदर गई, खोपड़ी के निचले हिस्से को चीरती हुई दूसरी तरफ दाहिने जबड़े से होकर मांस में फंसी थी। अगर गोली वहां से 1-2 मिमी ऊपर या नीचे होती, तो मरीज की मौत निश्चित थी क्योंकि मस्तिष्क को रक्त प्रदान करने वाली रक्त वाहिकाएं वहीं होती हैं।"

घटना के बाद तीन दिन तक लड़का डरा हुआ था और उसने किसी को गोली लगने की बात नहीं बताई। पिता सुरेश गुर्जर ने बताया कि झालावाड़ में चेहरे का एक्स-रे कराया गया था, जहाँ दंत चिकित्सक ने असामान्य चीज देखी। उनकी सलाह पर वे कोटा गए। रास्ते में श्लोक ने बताया कि उस दिन गिरने से पहले गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी थी। रामगंजमंडी पुलिस के सर्कल इंस्पेक्टर मनोज सिकरवाल ने पुष्टि की कि यह पिस्तौल की गोली थी, जिसका खुलासा सर्जरी के दौरान हुआ है।

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