तिरुपति लड्डू घोटाले में SIT ने जारी किए पूर्व TTD चेयरमैन और अधिकारियों को नोटिस भेजने के संकेत
Lifeberrys Hindi June 09, 2025 07:42 AM

तिरुपति तिरुमला देवस्थानम (TTD) के लड्डू घी मिलावट मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) ने बताया है कि जल्द ही पूर्व TTD चेयरमैन और कार्यकारी अधिकारियों को नोटिस जारी किए जाएंगे, जो उस वक्त पद पर थे जब YSR कांग्रेस पार्टी की सरकार थी। सूत्रों के अनुसार, सोमवार को SIT पहले राउंड में पूर्व चेयरमैन वाई.वी. सुब्बा रेड्डी, धर्मा रेड्डी, अन्य पूर्व चेयरमैन, कार्यकारी अधिकारी और पूर्व TTD कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल (देवो) को नोटिस भेजेगी।

यह कदम इस गंभीर मामले में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है, जिसमें तिरुपति लड्डू प्रसाद में मिलावट का आरोप है। CBI की अगुवाई में चल रही इस जांच में पहले ही तीन डेयरी संचालकों के खिलाफ न्यायिक हिरासत में भेजे जाने जैसे कड़े कदम उठाए जा चुके हैं।

CBI ने कोर्ट में यह मामला श्रद्धा का अपमान और एक बड़ा खाद्य धोखाधड़ी मामला बताते हुए इसे करोड़ों श्रद्धालुओं के विश्वास को ठेस पहुंचाने वाली साजिश बताया है। जांच में सामने आया है कि भोलाबाबा डेयरी, जिसका TTD के साथ कोई औपचारिक अनुबंध नहीं था, उसने AR डेयरी का नाम सामने रखकर यह घी सप्लाई का अनुबंध हासिल किया। लेकिन जांच में पाया गया कि जिस घी को प्रसाद के लिए दिया गया, वह डेयरी आधारित नहीं था बल्कि पाम ऑयल और रासायनिक पदार्थों का खतरनाक मिश्रण था।

तीन डेयरी—भोलाबाबा, वैश्नवी और AR डेयरी—मिलीभगत कर इस करोड़ों रुपये के घोटाले को अंजाम दे रहे थे। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आरोपी जांच में बाधा डालने की भी कोशिश कर रहे हैं।

सह-अभियुक्त असीश रोहिल्ला, जो गवाह बनने के लिए तैयार थे, को दबाव में आकर चेन्नई और फिर दिल्ली भेज दिया गया ताकि उनकी आवाज दबाई जा सके। CBI ने बताया कि आरोपी के पास भारी वित्तीय संसाधन हैं और वे गवाहों को प्रभावित या धमका सकते हैं।

इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए SIT अब जांच का दायरा बढ़ा कर उस समय TTD में जिम्मेदारी निभाने वाले सभी अधिकारियों को भी शामिल कर रही है। यह पहली बार है जब पूर्व TTD चेयरमैन को नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जिससे पता चलता है कि जांच अब सप्लायर्स से आगे बढ़ कर प्रशासनिक तंत्र तक पहुंच रही है।

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