चुनाव फिक्सिंग के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सहमति जताते हुए तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि यह संदेह बिल्कुल सत्य है। चुनाव आयोग की कार्यशैली पर गौर करें, सब समझ में आ जाएगा। गौरतलब है कि हाल ही में राहुल ने कहा था कि महाराष्ट्र का चुनाव फिक्स था और बिहार में भी चुनाव फिक्स करने की तैयारी चल रही है। राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी की बात में दम है। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में दिनदहाड़े मतगणना रोक दी गई थी। रात के अंधेरे में मतगणना की गई। शाम तक विजयी रहे राजद प्रत्याशी रात में हार गए। यह सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हुआ। उसके बाद चुनाव आयोग तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई देता रहा। जहां चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठ रहे हैं, वह लोकतंत्र नहीं, तानाशाहों का रंगमंच है। भाजपा का आईटी सेल चुनाव आयोग की घोषणा से पहले ही चुनाव की तारीखों की घोषणा कर देता है। नरेंद्र मोदी के राज में देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक कर लिया गया है। चुनाव आयोग दरअसल भाजपा और सरकार के सेल के तौर पर काम कर रहा है। ऐसे में राहुल गांधी का सवाल स्वाभाविक और उचित है। चुनाव आयोग को निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराना चाहिए।
मुख्यमंत्री के चेहरे पर क्यों टेंशन ले रहे हैं?
महागठबंधन में अभी तक मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं हुआ है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लवरु ने यह बात कही थी। इस संदर्भ में तेजस्वी ने कहा, आप टेंशन क्यों ले रहे हैं! इन बातों को छोड़िए। सब मिलकर काम कर रहे हैं, सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिहार को मजबूत करने के लिए। अभी मुख्यमंत्री नहीं, बिहार बनाने की पहल चल रही है।