राजस्थान के भरतपुर के पीलूपुरा में रविवार को गुर्जर समाज की महापंचायत आयोजित की गई। महापंचायत का नेतृत्व भाजपा नेता और गुर्जर आरक्षण समिति के संयोजक विजय बैंसला ने किया। इस महापंचायत में समाज के अलग-अलग इलाकों से बड़ी संख्या में लोग जुटे। सुबह शुरू हुई महापंचायत दोपहर बाद समाप्त करने की घोषणा की गई। महापंचायत को संबोधित करते हुए विजय बैंसला ने कहा कि मैंने जो लाल पगड़ी पहनी है, वह बैंसला साहब की आखिरी निशानी है। आप मुझे हल की तरह चलाइए और मेरा साथ दीजिए।
मसौदा सुनने के बाद महापंचायत समाप्त
इसके बाद सरकार की ओर से लोगों को भेजे गए मसौदे को पढ़कर सुनाने के बाद महापंचायत समाप्त करने की घोषणा की गई। सरकार और समाज के बीच सात मांगों पर सहमति बन गई है। इनमें एमबीसी आरक्षण बिल, आंदोलन में मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी देने जैसी मांगें शामिल हैं।
इन मांगों पर सरकार से बनी सहमति
एमबीसी आरक्षण बिल को 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए समझौते का सही तरीके से पालन किया जाए। सरकारी नौकरियों में 5 प्रतिशत आरक्षण का पूरा लाभ दिया जाए। देवनारायण योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन किया जाए। आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। आंदोलन में मृतकों के शेष आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। रीट भर्ती 2018 में शेष 372 पदों पर नियुक्ति की जाए।
रेलवे ट्रैक पर जुटे गुर्जर समाज के लोग
दूसरी ओर, पीलूपुरा में महापंचायत समाप्त होने की घोषणा के बाद गुर्जर समाज के लोग रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए। दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर महापंचायत के निर्णय से नाराज गुर्जर समाज के युवाओं ने कोटा-मथुरा पैसेंजर ट्रेन रोक दी। रेलवे ट्रैक पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं और ट्रैक पूरी तरह जाम हो गया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचाया है। रेलवे ट्रैक जाम होने और ट्रेन के आगे नहीं बढ़ने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रूट पर कई ट्रेनें रोक दी गईं। मथुरा और सवाई माधोपुर पैसेंजर ट्रेनों के एक घंटे से अधिक विलंबित होने से परेशान यात्री पीलूपुरा से हिंडौन तक पैदल चल पड़े।