प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात और राजस्थान में निवेशकों के साथ 2,700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में छापेमारी की है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत की गई है, जो प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के अंतर्गत आती है।
यह मामला नेक्सा एवरग्रीन नामक कंपनी से संबंधित है, जिसके खिलाफ राजस्थान पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। आरोप है कि इस कंपनी ने गुजरात के धोलेरा में निवेशकों से अधिक रिटर्न और संपत्ति का वादा कर 2,700 करोड़ रुपये की ठगी की। छापेमारी राजस्थान के सीकर, जयपुर, जोधपुर, झुंझुनू, अहमदाबाद और दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर की गई है।
ईडी की जांच का मुख्य उद्देश्य वित्तीय सुरागों को उजागर करना और घोटाले के प्रमुख लाभार्थियों की पहचान करना है। छापेमारी के दौरान और अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है। इस परियोजना में निवेशकों को एक निश्चित अवधि के लिए पैसा निवेश करने का लालच दिया गया था, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए।
निवेशकों की निराशा के चलते कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग के संदर्भ में छापेमारी की गई है। जांच पूरी होने के बाद धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले राजस्थान पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन अब ईडी की भागीदारी से नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है।