भारत में इस रूट पर चलती है शाही ट्रेन, शाही ठाठ और सोने की प्लेट में परोसा जाता है खाना Maharaja Express Ticket Price – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 13, 2025 12:26 AM

महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन: भारतीय रेलवे की एक ट्रेन ऐसी है जो सिर्फ यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि शाही अनुभव का प्रतीक बन चुकी है. बात हो रही है महाराजा एक्सप्रेस की, जिसे भारत ही नहीं, दुनिया की सबसे आलीशान ट्रेनों में गिना जाता है. इस ट्रेन में सफर करने के लिए आपको कुछ हजार नहीं, लाखों रुपये चुकाने होते हैं, लेकिन इसके बदले जो अनुभव मिलता है, वह अविस्मरणीय होता है.

महाराजा एक्सप्रेस

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) द्वारा संचालित महाराजा एक्सप्रेस को लक्ज़री ट्रेनों की दुनिया में ग्लोबल रुतबा प्राप्त है. इस ट्रेन में कुल 23 कोच हैं, जिनमें से 14 यात्री डिब्बे, दो डाइनिंग कार, एक बार-लाउंज, एक राजा क्लब लाउंज, और तकनीकी सपोर्ट के लिए जनरेटर व स्टोर शामिल हैं.

यात्रियों के लिए शाही ठहराव की व्यवस्था

इस भव्य ट्रेन में केवल 84 यात्रियों के लिए ही सीटें निर्धारित हैं. उनके लिए 20 डीलक्स केबिन, 18 जूनियर सुइट, 4 सुइट, और एक विशालकाय प्रेसिडेंशियल सुइट की व्यवस्था की गई है. हर केबिन में एयर कंडीशनिंग, टेलीविजन, DVD प्लेयर, पर्सनल सेफ, और तापमान नियंत्रित करने की सुविधा उपलब्ध है.

प्रेसिडेंशियल सुइट में है राजसी शान

प्रेसिडेंशियल सुइट किसी चलती-फिरती हवेली से कम नहीं. यह पूरे कोच में फैला होता है जिसमें स्टूडियो जैसा लिविंग एरिया, मास्टर बेडरूम, डीलक्स ट्विन बेडरूम, और स्नानघर में बाथटब और शावर की सुविधा है. इस सुइट में सफर करना अपने आप में एक शाही अनुभव है.

लजीज भोजन और शानदार लाउंज

महाराजा एक्सप्रेस में मौजूद दो फाइन डाइनिंग कार—”रंग महल” और “मयूर महल”—अपने नाम के अनुरूप ही भव्यता समेटे हुए हैं. यहां सुनहरे बर्तनों में परोसा गया स्वादिष्ट भारतीय और अंतरराष्ट्रीय भोजन यात्रियों को मंत्रमुग्ध कर देता है. वहीं, “राजा क्लब” और “सफारी लाउंज” जैसी जगहों पर आप आराम से स्नैक्स, ड्रिंक्स और किताबों का आनंद ले सकते हैं.

कहां-कहां जाती है महाराजा एक्सप्रेस?

महाराजा एक्सप्रेस साल में केवल अक्टूबर से अप्रैल के बीच संचालित होती है. यह चार विशेष रूट्स पर चलती है:

  • The Heritage of India (6 रात–7 दिन): मुंबई, अजंता, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, रणथंभौर, आगरा, दिल्ली
  • The Indian Panorama (6 रात–7 दिन): दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, फतेहपुर सीकरी, आगरा, वाराणसी, लखनऊ और अन्य
  • The Indian Splendour (6 रात–7 दिन): दिल्ली से मुंबई तक, रास्ते में आगरा, जयपुर, जोधपुर आदि
  • Treasures of India (3 रात–4 दिन): दिल्ली, आगरा, रणथंभौर, जयपुर, वापसी दिल्ली

किराया कितना है?

महाराजा एक्सप्रेस का किराया कैबिन श्रेणी और यात्रा रूट पर निर्भर करता है.

  • डीलक्स केबिन का किराया ₹4 लाख से शुरू होता है
  • जूनियर सुइट और सुइट के रेट ₹7 लाख से ₹14 लाख तक
  • प्रेसिडेंशियल सुइट का किराया ₹18–20 लाख तक पहुंच सकता है

उदाहरण के तौर पर, “इंडियन स्प्लेंडर” रूट के लिए डीलक्स कैबिन ₹4.55 लाख और प्रेसिडेंशियल सुइट ₹20 लाख तक हो सकता है. वहीं, सबसे छोटा रूट “ट्रेज़र्स ऑफ इंडिया” का डीलक्स कैबिन भी ₹4.13 लाख से शुरू होता है.

क्यों है इतना महंगा टिकट?

इस ट्रेन का किराया केवल सुविधाओं का मूल्य नहीं है, बल्कि यह एक अद्वितीय अनुभव का मूल्य है. इसमें शामिल हैं:

  • 24×7 निजी बटलर सेवा
  • रेड-कार्पेट वेलकम
  • जंगल सफारी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
  • ऑनबोर्ड वाई-फाई, लाइव टीवी, लाइब्रेरी और शॉपिंग कोच
  • इन सारी सुविधाओं को देखते हुए, यह ट्रेन किसी राजघराने के कारवां जैसी प्रतीत होती है.

भारत में शाही यात्रा का प्रतीक

महाराजा एक्सप्रेस सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि भारत की विरासत, संस्कृति और आतिथ्य को दर्शाने वाला चलता-फिरता संग्रहालय है. इसका टिकट भले ही महंगा हो, लेकिन यह एक ऐसी यात्रा का वादा करता है, जिसे जिंदगी भर भुलाया नहीं जा सकता.

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