महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक ऐसी घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है, जो किसी के लिए भी विश्वास करना मुश्किल है। यहाँ एक 27 वर्षीय नवविवाहिता, राधिका, ने अपने 53 वर्षीय पति, अनिल लोखंडे, की कथित तौर पर कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। यह दिल दहलाने वाली घटना शादी के महज 15 दिन बाद हुई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस ने इस मामले में राधिका को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। आइए, इस घटना के पीछे की वजह और पुलिस की कार्रवाई को विस्तार से समझते हैं।
घटना का चौंकाने वाला खुलासासांगली जिले के कुपवाड़ तहसील में मंगलवार देर रात एक दुखद घटना घटी। पुलिस के मुताबिक, राधिका और अनिल के बीच उस रात तीखी बहस हुई थी। यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि राधिका ने गुस्से में आकर अपने सोते हुए पति पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। यह हमला इतना घातक था कि अनिल की मौके पर ही मौत हो गई। कुपवाड़ एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के सहायक निरीक्षक दीपक भंडवलकर ने बताया कि राधिका ने इस वारदात के बाद अपनी चचेरी बहन को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राधिका को उसके घर से हिरासत में लिया और उसे अदालत में पेश किया, जहां उसे दो दिन की पुलिस रिमांड मिली।
शादी के पीछे की कहानीपुलिस जांच में सामने आया कि अनिल लोखंडे ने अपनी पहली पत्नी की कैंसर से मृत्यु के बाद राधिका से दूसरी शादी की थी। यह शादी 15 दिन पहले ही हुई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अनिल अपनी नई पत्नी के साथ बार-बार शारीरिक संबंध बनाने की मांग कर रहा था, जिससे राधिका नाराज और परेशान थी। यह लगातार की मांग और दबाव ही उस गुस्से का कारण बना, जिसने राधिका को इतना बड़ा कदम उठाने के लिए उकसाया। इस घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को स्तब्ध कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांचपुलिस ने इस मामले को अत्यंत संवेदनशील बताते हुए गहन जांच शुरू की है। राधिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सहायक निरीक्षक भंडवलकर ने कहा, "हम इस मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे हैं। यह समझना जरूरी है कि आखिर क्या परिस्थितियां थीं, जिन्होंने इस घटना को जन्म दिया।" पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस हत्या के पीछे कोई और कारण या साजिश थी।
समाज पर प्रभाव और सवालयह घटना न केवल एक आपराधिक मामला है, बल्कि यह समाज में वैवाहिक रिश्तों और पारस्परिक समझ की जरूरत को भी उजागर करती है। नवविवाहित जोड़ों के बीच संवाद और सहमति की कमी कई बार गंभीर परिणामों को जन्म दे सकती है। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सकता है, अगर समय रहते उचित कदम उठाए जाएं।
सांगली की इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि पूरे देश का ध्यान खींचा है। पुलिस की जांच और अदालती कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं। इस मामले का अंतिम परिणाम क्या होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन यह निश्चित रूप से एक ऐसी कहानी है, जो लंबे समय तक लोगों के जेहन में रहेगी।