Depression Ke lakshan: डिप्रेशन एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है. यह सिर्फ उदासी से कहीं बढ़कर है; यह दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले गहरे और लगातार नकारात्मक भावनाओं का कारण बन सकता है. अक्सर, लोग डिप्रेशन के शुरुआती संकेतों को अनदेखा कर देते हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है. हालांकि, हमारा शरीर और दिमाग हमें खतरे से पहले कुछ संकेत देने लगते हैं. इन संकेतों को पहचानना और समय पर मदद लेना डिप्रेशन को गंभीर होने से रोक सकता है. आइए जानते हैं ऐसे 5 प्रमुख संकेत जो डिप्रेशन से पहले शरीर और मन में दिखाई देते हैं.
डिप्रेशन का एक शुरुआती और सामान्य संकेत नींद के पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव है. व्यक्ति को या तो रात में सोने में बहुत कठिनाई हो सकती है (अनिद्रा), या फिर उसे सामान्य से बहुत अधिक नींद आने लग सकती है (अतिनिद्रा). अनिद्रा के कारण रात भर बेचैनी महसूस होती है, जबकि अतिनिद्रा से दिनभर थकान और सुस्ती बनी रहती है. यह बदलाव अक्सर दिमाग में रासायनिक असंतुलन का परिणाम होता है.
डिप्रेशन से पहले अक्सर व्यक्ति की भूख में बदलाव देखा जाता है. कुछ लोगों को भूख बहुत कम लगने लगती है, जिससे उनका वजन तेजी से घटने लगता है. वहीं, कुछ अन्य लोग भावनात्मक रूप से खाने लगते हैं, जिससे उनका वजन बढ़ने लगता है. ये दोनों ही स्थितियाँ शरीर के सामान्य मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल संतुलन में गड़बड़ी का संकेत देती हैं.
अगर आपको लगातार थकान महसूस हो रही है, भले ही आपने पर्याप्त आराम किया हो, तो यह डिप्रेशन का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है. रोजमर्रा के कामों को करने में भी ऊर्जा की कमी महसूस होती है, और व्यक्ति को हमेशा सुस्त और थका हुआ लगता है. यह ऊर्जा की कमी किसी शारीरिक बीमारी के बिना भी हो सकती है.
जो चीजें आपको पहले खुशी देती थीं, जैसे कि पसंदीदा हॉबी, दोस्तों से मिलना या फिल्में देखना, उनमें अब आपको कोई रुचि या आनंद नहीं आता. यह अनहेडोनिया (Anhedonia) कहलाता है और डिप्रेशन का एक विशिष्ट लक्षण है. व्यक्ति अपने पसंदीदा गतिविधियों से दूर हटने लगता है और सामाजिक मेलजोल से भी कतराने लगता है.
सामान्य उदासी और डिप्रेशन में अंतर है. डिप्रेशन में उदासी की भावना लगातार बनी रहती है और आसानी से दूर नहीं होती. इसके साथ ही, व्यक्ति अत्यधिक चिड़चिड़ा या बेचैन महसूस कर सकता है. छोटी-छोटी बातों पर भी गुस्सा आना या धैर्य खो देना आम हो जाता है. यह भावनाएं अक्सर बिना किसी स्पष्ट कारण के उत्पन्न होती हैं.
यदि आप या आपके जानने वाले इन संकेतों में से किसी का भी अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत पहचान करना और किसी मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है. शुरुआती पहचान और सही उपचार डिप्रेशन को बढ़ने से रोक सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकता है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)