हरियाणा ग्रीन लाइन मेट्रो: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने मेट्रो के चौथे चरण में एक और महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की है. इस योजना के तहत इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच 12.3 किलोमीटर लंबी नई ग्रीन लाइन का निर्माण किया जाएगा. यह परियोजना 2029 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. इससे खासकर हरियाणा के बहादुरगढ़ से दिल्ली की यात्रा करने वाले लोगों को बहुत राहत मिलने की संभावना है.
इस नई ग्रीन लाइन के शुरू होने के बाद, बहादुरगढ़ से आने वाले यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ और दिल्ली के अन्य क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच सकेंगे. इससे न केवल यात्रा समय में कमी आएगी. बल्कि यातायात का दबाव भी घटेगा.
DMRC ने इस प्रोजेक्ट के डिजाइन और निर्माण कार्य के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं. इसका मतलब है कि अब यह प्रोजेक्ट आधिकारिक प्रक्रिया में प्रवेश कर चुका है और अगले कुछ महीनों में इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो सकता है.
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच कुल 10 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. यह पूरा रूट मेट्रो नेटवर्क को और अधिक मजबूत करेगा और यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. इससे दिल्ली के भीतर मेट्रो का घनत्व और पहुंच दोनों में इजाफा होगा.
DMRC ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस विस्तार के तहत लाजपत नगर से साकेत G-ब्लॉक तक 8 किलोमीटर का एक अन्य सेक्शन जोड़ा जाएगा, जो अब ‘गोल्डन लाइन’ के अंतर्गत आएगा. इससे दक्षिण दिल्ली के यात्रियों को भी बड़ा लाभ होगा.
यह ग्रीन लाइन केवल दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहेगी. बल्कि इसका सीधा फायदा हरियाणा विशेष रूप से बहादुरगढ़ के यात्रियों को भी मिलेगा. वे ग्रीन लाइन के माध्यम से दिल्ली के कई प्रमुख स्थानों तक बिना किसी परेशानी के पहुंच सकेंगे.
DMRC का लक्ष्य है कि इस मेट्रो लाइन का निर्माण 2029 तक पूरा कर दिया जाए. हालांकि यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है. लेकिन इसके पूरे होते ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क कई नए क्षेत्रों तक विस्तार कर लेगा और लाखों यात्रियों को फायदा पहुंचेगा.
यह नया विस्तार दिल्ली की सड़कों पर भारी यातायात के बोझ को कम करने में सहायक होगा. यात्रियों के पास एक नया वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा. जिससे उनका समय, ईंधन और ऊर्जा तीनों की बचत होगी.
मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से जहां एक ओर यात्रियों को राहत मिलेगी. वहीं दूसरी ओर यह प्रदूषण कम करने में भी मददगार होगा. कम गाड़ियों के चलने से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी और दिल्ली की हवा बेहतर होगी.