अहमदाबाद, 13 जून . अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में कई घरों के चिराग बुझ गए. विमान में सवार 242 में से 241 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. यात्रियों के अलावा एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर हॉस्टल के बाहर चाय बेचने वाले मां-बेटे भी हादसे की चपेट में आ गए. इसमें 14 साल के बच्चे की जान चली गई.
गुरुवार को जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, वह कुछ ही देर बाद अस्पताल के हॉस्टल से टकरा गया और भयानक आग लग गई. उसी दौरान हॉस्टल के पास मौजूद आकाश उसकी चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. बेटे को बचाने के लिए उसकी मां दौड़ी, लेकिन वह भी विमान का मलबा गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गईं. फिलहाल मां का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इस दर्दनाक हादसे के बाद परिवार पूरी तरह से टूट चुका है.
मृतक आकाश का बड़ा भाई कल्पिश लगातार रो रहा है और उसका कहना है, “हमें न तो मां से मिलने दिया जा रहा है और न ही अपने छोटे भाई आकाश के अंतिम दर्शन करने दिए गए.”
समाचार एजेंसी से बातचीत में कल्पिश ने बताया, “मेरे बड़े भाई का फोन आया था, तब मुझे अपने परिवार के बारे में जानकारी मिली.”
रोते-बिलखते कल्पिश ने कहा, “मुझे अपने भाई से मिलने नहीं दिया जा रहा है. मां अभी ठीक हैं.”
अहमदाबाद में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हुआ था. एयर इंडिया की फ्लाइट दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स सवार थे. टेक ऑफ के कुछ मिनट बाद प्लेन क्रैश हो गया.
अहमदाबाद एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर प्लेन अस्पताल के हॉस्टल से टकराया और उसमें आग लग गई. मृतक यात्रियों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं. अन्य मृतक यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं.
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डीसीएच/एबीएम
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