एयर इंडिया के विमान के दो दिन पहले अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद केंद्र सरकार ने नागरिक विमानन में सुरक्षा की समीक्षा और उसे मजबूत करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति अहमदाबाद विमान दुर्घटना के कारणों का भी पता लगाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ट्वीट कर समिति के गठन की जानकारी दी है। यह समिति विमानन से जुड़ी दूसरी एजेंसियों द्वारा की जा रही अन्य जांचों की जगह नहीं लेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एसओपी तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
बता दें कि गुरुवार 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने के चंद सेकेंड के बाद ही नजदीक की एक इमारत से टकरा गया। इस दुर्घटना में विमान में सवार कुल 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक यात्री आश्चर्यजनक रूप से बच निकला। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके अलावा विमान जिस इमारत से टकराया था, वह एक मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों का हॉस्टल था। दुर्घटना में अन्य लोगों की भी मौत हुई थी। इस विमान दर्घटना में सरकारी तौर पर कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि की गई।
दुर्घटना के बाद विमानन नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की सुरक्षा जांच बढ़ाने का आदेश दिया है। वहीं एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम ने भी अहमदाबाद विमान दुर्घटना स्थल का दौरा किया। इसके अलावा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। एएआईबी भारतीय हवाई क्षेत्र में परिचालन करने वाले विमानों से जुड़ी सुरक्षा घटनाओं को दुर्घटनाओं और गंभीर घटनाओं में वर्गीकृत करने के लिए जिम्मेदार है।