इस IPO का GMP सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने के पहले ही दे रहा है 11% लिस्टिंग गेन का संकेत, प्राइस बैंड 210–222 रुपये

एरिसइन्फ्रा सॉल्यूशन्स (ArisInfra Solutions), जो कि एक तकनीकी रूप से संचालित B2B कंस्ट्रक्शन मटेरियल प्लेटफॉर्म है, ने अपने आगामी आईपीओ के लिए 210–₹222 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। यह इश्यू 18 जून को खुलेगा और 20 जून को बंद होगा। IPO पूरी तरह से फ्रेश इक्विटी इश्यू है, जिसमें कोई ऑफर फॉर सेल (OFS) नहीं है।
ग्रे मार्केट में धमाल, 11% का अनुमानित मुनाफाग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार, ArisInfra के शेयर 25 रुपये प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, जिससे लिस्टिंग प्राइस करीब 247 रुपये प्रति शेयर तक जा सकता है। यह ऊपरी प्राइस बैंड 222 रुपये पर 11.2% का संभावित मुनाफा दिखाता है, जो निवेशकों के बीच पॉजिटिव सेंटिमेंट को दर्शाता है।
IPO का स्ट्रक्चर और आवेदन डिटेल्सIPO का कुल आकार 499.60 करोड़ रुपये है जिसमें 2.25 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे। एंकर निवेशकों के लिए बुक 17 जून को खुलेगी। शेयरों की लिस्टिंग 25 जून को BSE और NSE पर संभावित है। अलॉटमेंट की तारीख 23 जून तय की गई है।
न्यूनतम निवेश की बात करें तो खुदरा निवेशकों को कम से कम 67 शेयरों के एक लॉट के लिए आवेदन करना होगा, जिसके लिए आवंटन सुनिश्चित करने के लिए कैप प्राइस पर 14,874 रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी। एसएनआईआई निवेशकों के लिए न्यूनतम 14 लॉट (938 शेयर) हैं, जिनकी कीमत लगभग 2,08,236 रुपये है, जबकि बीएनआईआई निवेशकों को 68 लॉट (4,556 शेयर) के लिए आवेदन करना होगा, जिसकी कुल कीमत 10,11,432 रुपये होगी।
PharmEasy को-फाउंडर का साथ, तकनीक से जुड़ी ताकतArisInfra की स्थापना 2021 में सिद्धार्थ शाह (PharmEasy को-फाउंडर) द्वारा की गई थी। यह कंपनी रियल एस्टेट डेवलपर्स, कॉन्ट्रैक्टर्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर फर्मों को स्टील, सीमेंट और अन्य बिल्डिंग मटेरियल्स की सप्लाई एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से करती है।
इसमें वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक, क्वालिटी कंट्रोल और जस्ट-इन-टाइम डिलीवरी जैसी सेवाएं शामिल हैं। ग्राहक डिजिटल इंटरफेस के जरिए ऑर्डर, ट्रैकिंग, दस्तावेज़ और तकनीकी सहायता पा सकते हैं।
IPO फंड का इस्तेमाल कहां होगा?DRHP के अनुसार, IPO से प्राप्त फंड का उपयोग मुख्य रूप से कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने, डिजिटल प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने, ग्राहक अनुभव सुधारने और भारत भर में विस्तार के लिए किया जाएगा। साथ ही, कंपनी सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगी और कुछ कर्ज का भुगतान या अग्रिम भुगतान भी करेगी।
लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार की जानकारीइस इश्यू को जेएम फाइनेंशियल, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट हैंडल कर रहे हैं, जबकि एमयूएफजी इनटाइम इंडिया (लिंक इनटाइम) को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)