कैसे चेक करें आधार कार्ड की ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री, जानिए क्या है प्रोसेस
Samachar Nama Hindi June 14, 2025 04:42 PM

आज के डिजिटल भारत में आधार कार्ड न केवल एक पहचान पत्र है, बल्कि यह आपके अस्तित्व की डिजिटल मुहर बन चुका है। बैंक खाता खोलना हो, डीमैट अकाउंट बनाना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या फिर मोबाइल सिम कार्ड लेना — हर जगह आधार ऑथेंटिकेशन अनिवार्य हो गया है। यहां तक कि रेलवे टिकट बुकिंग से लेकर स्कूलों और छात्रवृत्तियों में भी आधार की भूमिका अहम हो गई है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आधार ऑथेंटिकेशन आखिर होता क्या है, यह कैसे काम करता है, और आपकी पहचान को यह कितनी मजबूती देता है।

क्या है आधार ऑथेंटिकेशन?

आधार ऑथेंटिकेशन (Aadhaar Authentication) एक इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई व्यक्ति वही है जो वह दावा कर रहा है। इस प्रक्रिया में किसी व्यक्ति के आधार नंबर को उसकी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे नाम, जन्म तिथि, लिंग आदि) या बायोमेट्रिक डेटा (जैसे फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन या चेहरा) के साथ UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के केंद्रीय डेटा भंडार CIDR तक भेजा जाता है। CIDR में यह जांच की जाती है कि क्या भेजी गई जानकारी उस व्यक्ति के आधार रिकॉर्ड से मेल खाती है या नहीं।

आधार ऑथेंटिकेशन के प्रमुख तरीके

UIDAI द्वारा आधार ऑथेंटिकेशन के लिए तीन प्रमुख तरीके उपलब्ध कराए गए हैं:

OTP आधारित ऑथेंटिकेशन
  • इसमें आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा जाता है।

  • OTP दर्ज करने पर आपकी पहचान की पुष्टि हो जाती है।

  • यह तरीका बैंकिंग और ऑनलाइन सेवाओं में सबसे अधिक इस्तेमाल होता है।

बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन
  • इसमें आपकी उंगलियों के निशान (Fingerprint) या आंख की पुतलियों का स्कैन (Iris scan) लिया जाता है।

  • सरकारी कार्यालयों, PDS दुकानों और CSC केंद्रों में यह तरीका आम है।

फेस ऑथेंटिकेशन
  • इसमें आपके चेहरे की लाइव तस्वीर UIDAI के रिकॉर्ड में मौजूद तस्वीर से मिलाई जाती है।

  • यह नई तकनीक है और धीरे-धीरे इसे विभिन्न सेवाओं में जोड़ा जा रहा है।

आधार ऑथेंटिकेशन के फायदे
  • त्वरित पहचान सत्यापन: आपके आधार नंबर से कुछ ही सेकंड में आपकी पहचान की पुष्टि हो जाती है।

  • डिजिटल सेवाओं का सुगम उपयोग: OTP या बायोमेट्रिक से आप आसानी से सरकारी या निजी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।

  • कागजी प्रमाण की जरूरत नहीं: हर जगह अलग-अलग दस्तावेज साथ रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

  • धोखाधड़ी से बचाव: इससे जाली पहचान बनाना लगभग असंभव हो गया है, जिससे फ्रॉड पर लगाम लगती है।

5. क्या आपको आधार ऑथेंटिकेशन की सूचना मिलती है?

हां। UIDAI आधार धारकों को उनके आधार नंबर से हुए ऑथेंटिकेशन की सूचना उनके रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर भेजता है। जब भी आपके आधार नंबर के खिलाफ कोई OTP या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन अनुरोध आता है, तो UIDAI इसकी जानकारी तुरंत ईमेल के जरिए देता है। यह सुविधा आपको यह जानने में मदद करती है कि कोई अनधिकृत व्यक्ति आपके आधार का दुरुपयोग तो नहीं कर रहा है।

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