नोएडा हवाई अड्डा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) अब न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि हरियाणा और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों के प्रमुख शहरों से भी सीधे जुड़ने जा रहा है. इस कदम से लोगों को बेहतर परिवहन कनेक्टिविटी मिलेगी और क्षेत्रीय पर्यटन व रोजगार को भी नया बढ़ावा मिलेगा.
एयरपोर्ट प्रबंधन ने हरियाणा और उत्तराखंड परिवहन निगम के साथ बस सेवा अनुबंध पर सहमति बना ली है. अब यात्रियों को इन राज्यों से एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए दिल्ली या नोएडा जाने की जरूरत नहीं होगी. नोएडा एयरपोर्ट टर्मिनल के पास ही बस स्टॉप बनाया जाएगा, जहां से विभिन्न शहरों के लिए सीधी बसें चलेंगी.
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से भी बस संचालन को लेकर बातचीत जारी है. जैसे ही समझौता होता है, एयरपोर्ट से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों के लिए भी बसें चलाई जाएंगी. इससे लखनऊ, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बरेली जैसे शहरों के यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बस सेवा के जरिए जिन प्रमुख शहरों से सीधा जुड़ाव होगा, उनमें शामिल हैं:
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूगोलिक स्थान भी इसकी कनेक्टिविटी को बेहद प्रभावशाली बनाता है. यह एयरपोर्ट फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम से बेहद पास है, जहां से यात्री ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, केएमपी एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिए मात्र 25 मिनट से 1 घंटे में पहुंच सकते हैं.
सिर्फ एनसीआर नहीं, बल्कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़, अंबाला, हिसार जैसे दूरस्थ शहरों से भी नोएडा एयरपोर्ट तक कई घंटों में आसानी से पहुंचा जा सकता है. इससे इन शहरों से आने-जाने वाले यात्रियों को दिल्ली की भीड़भाड़ से बचने और सीधे एयरपोर्ट तक पहुंचने का विकल्प मिलेगा.
नोएडा एयरपोर्ट की इन सीधी परिवहन सेवाओं से जहां पर्यटन स्थलों को अधिक यात्रियों का लाभ मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में होटल, टैक्सी सेवा, ढाबा, ट्रैवल एजेंसी जैसे व्यवसायों को भी गति मिलेगी.
यह तो शुरुआत भर है. भविष्य में जैसे-जैसे एयरपोर्ट का विस्तार होगा, वैसे-वैसे और अधिक राज्यों व शहरों को इससे जोड़ने की योजना है. एयरपोर्ट प्रबंधन का लक्ष्य है कि यह एयरपोर्ट उत्तर भारत का सबसे बड़ा मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब बने.