-खेल, संस्कृति और विकास का संगम
नारनाैल, 14 जून (Udaipur Kiran) । हरियाणा-राजस्थान की सीमा से सटा हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले का छोटा सा गांव दनचौली अब अपनी एक खास पहचान बना चुका है। चारों ओर हरियाली तथा शुद्ध हवा के साथ यह गांव वास्तव में ग्रामीण विकास का एक चमकता हुआ उदाहरण बन गया है। नलवाटी क्षेत्र में स्थित दनचौली अपनी सांस्कृतिक विरासत और भौगोलिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है। इसका सबसे बड़ा आकर्षण है जगमाल छिल्लर खेल ग्राउंड, जो युवाओं के सपनों की उड़ान का अड्डा बन गया है।
सरपंच बबीता छिल्लर ने शनिवार को बताया कि गांव की सभी गलियां पक्की हैं और चारों ओर पक्के रास्ते बने हुए हैं। बीसी चौपाल और एससी चौपाल जैसी सुविधाएं गांव के सामाजिक विकास को दर्शाती हैं। हरियाणा सरकार के प्रयासों से पानी के संरक्षण के लिए गांव में पांच जोहड़ों की खुदाई कर उन्हें धानोता नहर से जोड़ा गया है, जिससे गांव का जल स्तर लगातार सुधर रहा है। गांव के पास की पहाड़ी के नजदीक बनी गौशाला में गायों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है, जो पर्यावरण और पशुधन संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
उन्होंने बताया कि जगमाल छिल्लर खेल ग्राउंड का निर्माण 2018 में हुआ था। करीब साढ़े तीन एकड़ में फैला यह मैदान, राष्ट्रीय पदक विजेता और वर्तमान में बीएसएफ में कार्यरत जगमाल छिल्लर के नाम पर रखा गया है, जो गांव के लिए गर्व की बात है। हाल ही में हरियाणा सरकार ने इस मैदान के साथ एक अत्याधुनिक व्यायामशाला भी बनवाई है, जिसमें प्रशिक्षित ट्रेनर की देखरेख में लगभग 200 लड़के-लड़कियां विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं।
यह खेल मैदान सिर्फ एक अभ्यास स्थल नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और एकजुटता का केंद्र बन चुका है। दनचौली में हर वर्ष खेल प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं। इन आयोजनों में 10 लाख रुपये तक के इनाम और ट्राफियां बांटी जाती हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र में खेल को बढ़ावा देने की एक मिसाल है। दनचौली आज महज एक गांव नहीं, बल्कि हरियाणा सरकार के ग्रामीण विकास मॉडल का एक चमकता हुआ उदाहरण बन चुका है। यहां खेल है, स्वास्थ्य है, शिक्षा है, संस्कृति है, और सबसे बढ़कर विकास है। दनचौली की यह सफलता की कहानी अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है कि कैसे सामूहिक प्रयासों से एक बेहतर और समृद्ध भविष्य का निर्माण किया जा सकता है।
—————
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला