पंडित से जानिए इस साल कब मनाया जाएगा रक्षा बंधन, भाई की कलाई पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त और विधि
Samachar Nama Hindi June 15, 2025 06:42 AM

हिंदू धर्म में भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व बड़ी धूमधाम और श्रद्धा से मनाया जाता है। यह पर्व हर साल सावन माह की पूर्णिमा तिथि को आता है, जो भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने वाला एक विशेष दिन होता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं।

रक्षाबंधन 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। यह दिन सावन माह की पूर्णिमा तिथि पर पड़ रहा है, जो इस पर्व के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधेंगी और शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि यह बंधन और भी मजबूत और पवित्र बन सके।

राखी बांधने का शुभ समय (प्रदोष काल)

रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए प्रदोष काल को सबसे शुभ समय माना जाता है। साल 2025 में, 9 अगस्त को शाम 7 बजकर 19 मिनट से रात 9 बजकर 24 मिनट तक का समय राखी बांधने के लिए उत्तम रहेगा। इस अवधि को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है, जब भाई-बहन के बीच प्रेम और सुरक्षा का संदेश और भी अधिक प्रभावशाली होता है।

रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल और उसका प्रभाव

राखी बांधने के लिए एक समय ऐसा भी होता है जिसे ज्योतिष शास्त्र में भद्रा काल कहते हैं। यह काल शुभ कार्यों के लिए उचित नहीं माना जाता। वर्ष 2025 में रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल सुबह 1 बजकर 52 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इसका मतलब है कि 9 अगस्त को पूरे दिन भद्रा काल का प्रभाव नहीं रहेगा। इस कारण राखी बांधने में कोई अशुभता नहीं होगी। यदि भद्रा काल होता, तो इसे राखी बांधने के लिए टालना चाहिए क्योंकि भद्रा काल में किये गए शुभ कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

क्यों जरूरी है सही समय पर राखी बांधना?

रक्षाबंधन का त्योहार केवल राखी बांधने का नाम नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के प्रेम, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक है। इसलिए राखी बांधते समय सही समय और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना जरूरी होता है। गलत समय पर राखी बांधने से पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार वह बंधन पूरी तरह फलदायक नहीं होता। इसलिए ज्योतिष और पंचांग के अनुसार शुभ समय में राखी बांधना श्रेष्ठ माना गया है।

रक्षाबंधन का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

रक्षाबंधन केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक एकता का भी प्रतीक है। यह दिन भाई-बहन के रिश्ते को सशक्त करता है और परिवार में प्रेम, सौहार्द और सहयोग का वातावरण बनाता है। राखी के इस पवित्र बंधन में बहनें अपने भाई की लंबी उम्र, सुख-शांति और समृद्धि की कामना करती हैं। वहीं भाई उन्हें हर प्रकार की बाधाओं से बचाने का वचन देते हैं। साल 2025 में रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन राखी बांधने के लिए शाम के प्रदोष काल को शुभ समय माना गया है, जबकि भद्रा काल का प्रभाव इस दिन नहीं रहेगा। सही समय पर राखी बांधना इस पवित्र त्योहार की महत्ता को और भी बढ़ा देता है।

इस रक्षाबंधन पर भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के इस अमूल्य बंधन को सही विधि और समय से निभाकर हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रख सकते हैं और परिवार के रिश्तों को मजबूत बना सकते हैं। सभी बहनों और भाइयों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!

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