सिकर झुनझुनु राजमार्ग: राजस्थान के सीकर और झुंझुनू जिलों के बीच सफर करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. इन दोनों जिलों को जोड़ने वाला 37 बी स्टेट हाईवे अब फिर से नया बनाया जाएगा, जिसकी शुरुआत अगस्त 2025 से होगी. लंबे समय से खराब पड़ी इस सड़क को 10 मीटर चौड़ा करके बनाया जाएगा.
इस हाईवे का कार्य सीकर जिले के पिपराली चौराहे से शुरू किया जाएगा. 64 किलोमीटर लंबा यह हाईवे चिराना, उदयपुरवाटी, छापोली और गुहाला जैसे कस्बों से होकर गुजरेगा. अभी पिपराली से चला तक की सड़क की हालत बेहद खराब है, जिससे स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इस सड़क की पहले की चौड़ाई 7 मीटर थी, जिसे अब बढ़ाकर 10 मीटर कर दिया गया है. सात मीटर चौड़ी डामर की पुरानी सड़क को पूरी तरह से खोदकर नए सिरे से बनाया जाएगा. इससे यात्रा के दौरान सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी और सड़क की मजबूती भी बढ़ेगी.
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत ₹70.42 करोड़ है. आरएसआरडीसी (Rajasthan State Road Development Corporation) ने इस परियोजना के टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है. निर्माण कार्य की समाप्ति की समयसीमा जुलाई 2026 तय की गई है.
इस हाईवे के बनने से सीकर और झुंझुनू के बीच के दो दर्जन से ज्यादा गांवों को सीधा लाभ मिलेगा. साथ ही, इस रास्ते से गुजरने वाले लंबी दूरी के यात्री और वाहन चालक भी बेहतर कनेक्टिविटी और सड़क सुरक्षा का अनुभव करेंगे.
आरएसआरडीसी के एक्सईएन महिपाल देवंदा ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में इस हाईवे पर ट्रैफिक में लगातार इजाफा हुआ है. 10 साल पहले बना यह हाईवे अब जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई थी. इसी को ध्यान में रखते हुए इसे नए सिरे से फिर से बनाया जा रहा है.
बढ़ते ट्रैफिक को संभालने और सड़क पर जाम से बचने के लिए इस हाइवे की चौड़ाई तीन मीटर और बढ़ाई गई है. इससे भविष्य में ट्रैफिक प्रेशर को कम करने में मदद मिलेगी और दुर्घटनाओं की आशंका भी घटेगी.
पिपराली रोड पर JEE और NEET की कई कोचिंग संस्थाएं स्थित हैं. ऐसे में इस हाइवे के बनने से छात्रों को भी सुविधा मिलेगी. बेहतर सड़क सुविधा से कोचिंग जाने और आने में समय की बचत होगी, साथ ही यात्रा अधिक सुरक्षित और सहज होगी.
इस नए स्टेट हाइवे के निर्माण के बाद सीकर से झुंझुनू का जुड़ाव और भी आसान हो जाएगा. यह न सिर्फ सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्र के औद्योगिक और शैक्षणिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा.