लुधियाना में हाल ही में हुई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह महरों अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। अमृतपाल ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर इस हत्या को स्वीकार किया है।
बठिंडा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस ने सात टीमें बनाई हैं, जिसमें कैंट थाना पुलिस, सीआईए वन और सीआईए टू की टीमें शामिल हैं। ये टीमें उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोगा के जसप्रीत सिंह मेहरू और तरनतारन के निमनरजीत सिंह के रूप में हुई है। हत्या का मुख्य साजिशकर्ता अमृतपाल सिंह महरों अभी भी फरार है। बठिंडा की एसएसपी अमनदीप कौंडल ने बताया कि अमृतपाल और उसके साथियों ने कमल कौर के वीडियो को लेकर उसकी हत्या की।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कमल कौर युवाओं को गलत दिशा में ले जा रही थी। उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। आरोपियों ने 9 जून को शोरूम प्रमोशन के बहाने उसे बठिंडा बुलाया और कार खराब होने का बहाना बनाकर उसे गैराज में ले गए, जहां उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई।
कमल कौर ने 9 जून को इंस्टाग्राम पर अपनी आखिरी पोस्ट साझा की थी, जिसमें उसने लिखा था, "नो लव, नो इमोशन... शक, शक, शक।" इसके बाद से वह सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं रही। माना जा रहा है कि इसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई। कमल कौर मूल रूप से लुधियाना की निवासी थी।