हरियाणा नया बाईपास: हरियाणा के सोनीपत जिले के निवासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. अब उन्हें जल्द ही मिनी बाईपास सड़क की सौगात मिलने वाली है, जो शहर की भीड़भाड़ वाली ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम कर सकती है. यह नया बाईपास गोहाना रोड बाईपास से शुरू होकर डीक्रस्ट के पीछे से गांव रेवली के पास मुरथल रोड तक जाएगा और अंत में बहालगढ़ रोड से जुड़ जाएगा.
इस सड़क मार्ग के निर्माण से लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी और साथ ही नेशनल हाईवे-44 तक पहुंचने का एक वैकल्पिक व सुगम रास्ता उपलब्ध होगा. फिलहाल इस दिशा में तेज़ी से कार्य शुरू करने की योजना बन रही है ताकि लंबे ट्रैफिक स्टैंडस्टिल की स्थिति से राहत मिल सके.
इससे पहले, सोनीपत प्रशासन ने रोहतक रोड को ककरोई रोड से जोड़ने के लिए 2.5 किमी लंबे मिनी बाईपास का कार्य शुरू किया है. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य भी यही है कि शहर के भीतरी इलाकों में भारी ट्रैफिक दबाव को कम किया जा सके और यात्रा में लगने वाला समय घटे.
रोहतक-ककरोई बाईपास को 6 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए 33 फुट चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिससे बड़े वाहनों की आवाजाही भी बिना किसी बाधा के हो सकेगी. इस योजना को पिछले साल अगस्त में हुई वित्त एवं अनुबंध समिति की बैठक में स्वीकृति मिली थी और इसके लिए 4.01 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया था.
पिछले महीने हुई सोनीपत मेट्रो डिवेलपमेंट अथॉरिटी की अहम बैठक में, जिसमें मुख्य सलाहकार डीएस ढेसी भी शामिल थे, यह योजना सामने आई कि गोहाना रोड बाईपास से मुरथल और बहालगढ़ रोड तक एक नया मिनी बाईपास बनाया जाए.
गोहाना रोड बाईपास के समीप सिंचाई विभाग का एक सूखा रजबाहा मौजूद है, जो डीक्रस्ट के पास से गांव रेवली होते हुए मुरथल और बहालगढ़ रोड तक फैला हुआ है. इस रजबाहे पर अगर टू-लेन सड़क बनाई जाए, तो यह पूरे इलाके के लिए मिनी बाईपास का कार्य करेगी.
इस नए बाईपास से गांव रेवली कनेक्टिविटी का मुख्य केंद्र बनेगा, जिससे लोग सीधे मुरथल रोड से बहालगढ़ रोड तक और दूसरी तरफ से गोहाना बाईपास तक पहुंच सकेंगे. यह सड़क यातायात की निर्बाधता और समय की बचत दोनों में सहायक होगी.
इस परियोजना से गोहाना रोड, मुरथल रोड, बहालगढ़ रोड, डीक्रस्ट और गांव रेवली जैसे इलाकों के निवासियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. इससे न केवल स्थानीय नागरिकों की यात्रा आसान होगी, बल्कि औद्योगिक व वाणिज्यिक वाहनों की आवाजाही में भी सुविधा होगी.
सरकार की यह योजना सिर्फ एक सड़क निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि यह शहरी विकास, औद्योगिक विस्तार और स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है. इससे आने वाले समय में शहर की यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा.