युद्धविराम करवाएंगे ट्रंप : दरअसल, जंग थमने के आसार इसलिए भी कम हैं क्योंकि ईरान ने सीजफायर से इंकार कर दिया है। इस बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जिस तरह उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाया था, उसी तरह वे इजराइल और ईरान के बीच युद्धविराम करवाएं। इस जंग के बीच ईरान में रह रहे करीब 10 हजार भारतीयों की जान मुश्किल में आ गई है। उन्होंने सरकार से उन्हें निकालने की अपील की है। बताया जा रहा है कि सरकार वहां रह रहे भारतीयों को जमीन के रास्ते भारत लाएगी। ALSO READ:
तीन देशों के रास्ते से निकाले जाएंगे भारतीय : भारत सरकार की ओर से बताया गया है कि ईरान सरकार ने भी विदेशी नागरिकों को सुरक्षित उनके देश भेजने पर सहमति जताई है। भारतीयों को अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के रास्ते सुरक्षित निकाला जाएगा। इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में भारतीय दूतावास और अन्य एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है।
ईरान का इजराइल पर हमला : ईरान ने इजराइल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। ईरान ने कहा कि उसने लगभग 100 मिसाइलें दागीं और उसने पिछले शुक्रवार को इजराइल द्वारा उसके परमाणु संवर्धन केंद्रों एवं सैन्य नेतृत्व पर किए गए आश्चर्यजनक हमले के खिलाफ आगे भी जवाबी हमले करने का संकल्प जताया। ALSO READ:
आवासीय इमारत को ईरान ने निशाना बनाया : दोनों देशों के बीच संघर्ष के चौथे दिन तेल अवीव में सुबह तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं जो संभवत: इजराइल की रक्षा प्रणाली द्वारा ईरान के मिसाइल हमलों को नाकाम करने की थी। मध्य इजराइल के शहर पेटाह टिकवा के अधिकारियों ने बताया कि ईरानी मिसाइलों ने एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया जिससे दीवारें जलकर खाक हो गईं, खिड़कियों के शीशे टूट गए और कई अपार्टमेंट को भारी नुकसान हुआ। बचाव दल घटनास्थलों पर मौजूद हैं, हालांकि हताहतों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। ALSO READ:
4 जगह हमले : इजराइल की आपातकालीन सेवा ‘मैगन डेविड एडोम’ सेवा ने बताया कि मध्य इजराइल में 4 जगहों पर मिसाइल हमलों में दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई। इसके साथ ही इजराइल में मरने वालों की संख्या कम से कम 17 हो गई है। बचाए गए 74 अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 30 वर्षीय एक महिला की हालत गंभीर है। बचावकर्मी मिसाइल हमलों में तबाह हुए घरों के मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा कि अगर ईरान पर इजराइल के हमले रुकते हैं तो हमारे जवाबी हमले भी रुक जाएंगे। एक दिन पहले इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में ईरान के तेल शोधन संयंत्रों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया जिसके बाद ईरान के ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कड़ा रुख अपनाते हुए संकल्प लिया कि आगामी हमले पिछले हमलों की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली, गंभीर, सटीक और विनाशकारी होंगे।
ईरान ने रविवार को कहा कि इजराइल के हमले में ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के खुफिया प्रमुख की मौत हो गई। शुक्रवार से अब तक ईरान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 224 हो गई है। ईरान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 1,277 लोग घायल हैं, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि इसमें आम नागरिक कितने हैं और सैन्य अधिकारी कितने हैं। अपने स्तर पर हताहतों की रिपोर्ट तैयार करने वाले मानवाधिकार समूहों ने कहा कि ईरान सरकार ने मौतों के जो आंकड़े बताएं हैं वह वास्तविकता से काफी कम हैं।
अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को मामूली क्षति पहुंची : तेल अवीव में अमेरिका के वाणिज्य दूतावास के पास गिरी ईरान की मिसाइल से उसे मामूली क्षति पहुंची है। अमेरिका के राजदूत माइक हकाबी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि किसी अमेरिकी कर्मी को कोई चोट नहीं आई है, लेकिन तेल अवीव में वाणिज्य दूतावास और यरुशलम में दूतावास एहतियात के तौर पर दिनभर बंद रहेंगे। ईरान अपने सैन्य और परमाणु ठिकानों पर इजराइल के हमले के जवाब में उस पर मिसाइल हमले कर रहा है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala