News India Live, Digital Desk: Delhi-Dehradun Expressway : किसानों के लिए उनकी जमीन सिर्फ एक टुकड़ा नहीं, बल्कि उनकी पीढ़ियों की मेहनत, उनकी पहचान और उनकी रोजी-रोटी होती है। इसलिए, अक्सर जब भी किसी बड़े प्रोजेक्ट के लिए जमीन का अधिग्रहण होता है, तो किसानों के मन में सबसे बड़ा डर मुआवजे को लेकर ही होता है। लेकिन अब, बागपत जिले के किसानों के लिए एक ऐसी खबर आई है, जो उनके चेहरे पर मुस्कान और भविष्य के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है।
दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है, उन्हें अब उनकी जमीन का चार गुना मुआवजा मिलेगा। यह एक बहुत बड़ा और ऐतिहासिक फैसला है, जो किसानों के हितों को सबसे ऊपर रखता है।
जिला प्रशासन ने यह प्रस्ताव बनाकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को भेज दिया है, जिससे यह लगभग तय हो गया है कि किसानों को उनकी जमीन का सही और सम्मानजनक मूल्य मिलेगा।
क्यों है यह फैसला इतना महत्वपूर्ण?
खत्म होगी चिंता: अब किसानों को इस बात की चिंता नहीं करनी पड़ेगी कि जमीन जाने के बाद उनके परिवार का क्या होगा। सरकारी रेट से चार गुना ज्यादा पैसा मिलने से वे न सिर्फ अपना वर्तमान, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को भी सुरक्षित कर सकते हैं।
नई शुरुआत का मौका: यह रकम उन्हें कोई नया व्यवसाय शुरू करने, बेहतर घर बनाने या अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का अवसर प्रदान करेगी।
विकास में सम्मानजनक भागीदारी: यह फैसला यह सुनिश्चित करता है कि देश के विकास में अपनी जमीन देने वाले किसानों की भागीदारी को सम्मान दिया जाए और उन्हें उस विकास का एक बड़ा हिस्सा मिले।
यह फैसला सिर्फ एक मुआवजे की घोषणा नहीं है, बल्कि यह उन हजारों किसानों के लिए एक भरोसा है कि जब वे देश की प्रगति के लिए अपना योगदान देते हैं, तो सरकार भी उनके भविष्य की चिंता करती है।