UPI (यूपीआई) ने भारत में पेमेंट करने का तरीका पूरी तरह से बदल दिया है। अब लोग रोजमर्रा के लेन-देन — चाहे चाय के लिए पेमेंट हो या बिजली बिल — सब कुछ बस कुछ क्लिक में कर लेते हैं।
लेकिन अब UPI को और तेज़ और आसान बनाने के लिए 1 जुलाई 2025 से कुछ नए बदलाव लागू होने जा रहे हैं। आइए जानते हैं इन नए नियमों और फीचर्स के बारे में, जो आपके UPI अनुभव को पहले से और बेहतर बना देंगे।
⚡ 1. पेमेंट अब पहले से भी तेज़ — Response Time होगा कम
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ऐलान किया है कि UPI ट्रांजैक्शन का response time अब और कम किया जा रहा है।
रिक्वेस्ट पे, ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक और रिवर्सल का टाइम 30 सेकेंड से घटाकर सिर्फ 10 सेकेंड कर दिया गया है।
वैलिड एड्रेस के लिए रेस्पॉन्स टाइम अब 15 सेकेंड से घटाकर 10 सेकेंड होगा।
👉 यानी अब आपका पेमेंट और भी तेज़ी से प्रोसेस होगा।
🛠️ 2. सर्विस प्रोवाइडर्स को सिस्टम में बदलाव करने होंगे
NPCI ने बताया कि सभी बैंक और ऐप प्रोवाइडर्स (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm) को अपने सिस्टम में ज़रूरी बदलाव करने होंगे, ताकि इस फास्ट रेस्पॉन्स सिस्टम का पूरा लाभ लिया जा सके।
🔁 3. Mandate ट्रांजैक्शन में बदलाव
अगर आप किसी ऑटो-डेबिट या सब्सक्रिप्शन के लिए UPI Mandate का इस्तेमाल करते हैं, तो यह बदलाव आपके लिए है:
हर mandate के लिए अब 1 बार कोशिश की जाएगी।
अगर फेल हो जाता है, तो 3 बार फिर से ट्राय किया जा सकता है।
Peak Time (सुबह 10–1 और शाम 5–9:30) के दौरान यह नियम लागू नहीं होगा।
🔍 4. अब रोज़ 50 बार ही चेक कर सकेंगे बैलेंस
UPI ऐप में अब यूज़र्स एक दिन में अधिकतम 50 बार बैलेंस चेक कर सकेंगे।
👉 इससे सर्वर पर लोड कम होगा और परफॉर्मेंस बेहतर बनेगी।
📃 5. “लिस्ट अकाउंट” फीचर भी होगा लाइव
एक नया फीचर – List Account – भी आ रहा है, जिसमें आप किसी खास बैंक या अकाउंट प्रोवाइडर के मोबाइल नंबर से जुड़े अकाउंट की सूची देख सकेंगे।
हर ग्राहक को प्रति दिन 25 बार यह सुविधा मिलेगी।
🧠 आसान शब्दों में समझें – क्या-क्या बदलेगा?
सुविधा पहले अब
ट्रांजेक्शन रेस्पॉन्स टाइम 30 सेकेंड 10 सेकेंड
बैलेंस चेक लिमिट असीमित 50 बार/दिन
लिस्ट अकाउंट सर्च नहीं था अब 25 बार/दिन
ऑटो-मैंडेट फेल रिकवरी ऑटोमेटिक अब 1+3 बार
Peak Time लिमिट नहीं थी अब लागू नहीं होगा
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