सावन का महीना: भगवान शिव की आराधना का पावन अवसर
newzfatafat June 17, 2025 04:42 AM
सावन का महत्व और इसकी शुरुआत

सनातन धर्म में सावन का महीना अत्यधिक पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें भक्त विशेष श्रद्धा से पूजते हैं। सावन में हर सोमवार को 'सोमवार व्रत' रखा जाता है, जो भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस वर्ष भी सावन माह की शुरुआत और इसके प्रमुख व्रत-त्योहारों को लेकर लोगों में उत्साह है। आइए, जानते हैं कि इस वर्ष सावन कब से शुरू हो रहा है, इसमें कितने सोमवार हैं और हरियाली तीज कब मनाई जाएगी।


सावन की शुरुआत और अवधि

अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम के अनुसार, इस वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह 11 जुलाई 2025 से प्रारंभ होकर 9 अगस्त 2025 तक रहेगा। इस दौरान भक्त भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। सावन के महीने में कुल 4 सोमवार पड़ेंगे, जो निम्नलिखित हैं:


  • पहला सोमवार: 14 जुलाई 2025

  • दूसरा सोमवार: 21 जुलाई 2025

  • तीसरा सोमवार: 28 जुलाई 2025

  • चौथा सोमवार: 4 अगस्त 2025


इन सभी सोमवारों को भक्त भगवान शिव के मंदिरों में जलाभिषेक, भस्म तिलक और विधिपूर्वक पूजा करते हैं। कहा जाता है कि सावन सोमवार का व्रत रखने से भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।


सावन माह का धार्मिक महत्व

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, जिन्हें भोलेनाथ, महादेव और त्रिपुरारी जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस महीने भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी और बेलपत्र चढ़ाते हैं। शिवभक्त सावन के दौरान उपवास रखते हैं और रातभर शिव की भजन-कीर्तन तथा कथा सुनते हैं। इसके अलावा, सावन माह के ये व्रत और अनुष्ठान जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लेकर आते हैं।


हरियाली तीज का व्रत और महत्व

सावन माह के दौरान मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है 'हरियाली तीज'। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-शांति के लिए रखती हैं। इस साल हरियाली तीज का व्रत 26 जुलाई 2025 को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरियाली तीज के दिन माता पार्वती और भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना होती है। हरियाली तीज का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर उनकी आराधना करती हैं, जिससे वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है और पति की लंबी उम्र सुनिश्चित होती है। साथ ही, यह पर्व प्रकृति के प्रति श्रद्धा और हरियाली की कामना का भी प्रतीक है।


कैसे मनाएं सावन के ये व्रत

सावन के सोमवार को व्रत करने वाले भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं, शुद्ध वस्त्र धारण करते हैं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। व्रत में तीव्र भक्ति भाव और सात्विक भोजन का सेवन किया जाता है। हरियाली तीज के दिन भी महिलाएं विधिपूर्वक पूजा करती हैं, नदी या तालाब में स्नान कर व्रत पूरा करती हैं।


सावन माह 2025 भगवान शिव की कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर है। इस पावन महीने के दौरान रखे गए व्रत और त्यौहार जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। सावन के 4 सोमवार और हरियाली तीज के व्रत से हर भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण हों और सभी को सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त हो, यही कामना है।


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