राजस्थान मौसम राजस्थान में सोमवार को प्री-मानसून की सक्रियता के चलते गर्मी का असर काफी हद तक कम हो गया. राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश ने लोगों को झुलसाती गर्मी से राहत दी. बारिश के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई और वातावरण ठंडा व सुहावना हो गया.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य के कई जिलों में 17 से 20 जून तक आंधी, बारिश और वज्रपात की आशंका बनी रहेगी. अजमेर, अलवर, भरतपुर, जयपुर, कोटा, सीकर, पाली, चूरू सहित 20 से अधिक जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन इलाकों में तेज हवा की गति 40 से 50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है.
हाड़ौती अंचल के कोटा शहर में रविवार देर रात जोरदार बारिश दर्ज की गई. आधी रात के बाद बिजली कड़कने के साथ एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार, कोटा में 24 घंटे में कुल 2 इंच (46 मिमी) बारिश रिकॉर्ड की गई. इससे अधिकतम तापमान 6 डिग्री गिरकर 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 3 डिग्री गिरकर 25 डिग्री हो गया.
सोमवार को भी दोपहर बाद अच्छी बारिश हुई, जिससे नालों का पानी सड़कों पर बहने लगा. शहर की कई सड़कों पर भारी जलभराव हो गया. बारिश ने नगर निगम की नालों की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी. हालांकि तेज बारिश के बाद लोगों को उमस से राहत मिली और ठंडी हवा के चलते मौसम सुहावना हो गया.
झालावाड़ जिले के डग, पनवाड़, मनोहरथाना और सोजपुर में दोपहर के बाद झमाझम बारिश हुई. झालावाड़ और झालरापाटन में शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई. वहीं, बूंदी जिले के केशवरायपाटन, कापरेन और खटकड़ में मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई. पूरे दिन बादलों की आवाजाही बनी रही और मौसम में ठंडक बनी रही.
राज्य में लगातार बदलते मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है. वज्रपात और आंधी के दौरान खुले में ना रहें, सुरक्षित स्थानों पर शरण लें. किसान भी खेतों में काम करते समय मौसम अपडेट का पालन करें.