पति-पत्नी का संबंध जीवन के सबसे महत्वपूर्ण और खूबसूरत रिश्तों में से एक है, जिसमें दो लोग एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ रहने का वादा करते हैं। यह रिश्ता प्रेम, आपसी समझ, विश्वास और सम्मान की नींव पर आधारित होता है। यदि इनमें से किसी एक तत्व में कमी आती है, तो प्रेम जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, एक सफल रिश्ते के लिए प्यार के साथ-साथ आपसी समझ भी आवश्यक है। हालांकि, कई बार प्रयासों के बावजूद विवाह में कठिनाइयाँ आ सकती हैं, जिसका एक कारण अंक शास्त्र का प्रभाव भी हो सकता है.
जिन लोगों का जन्म 4, 13, 22 या 31 तारीख को होता है, उनका मूलांक 4 होता है, जिसका स्वामी ग्रह राहु है। राहु को छाया ग्रह माना जाता है, जो सांसारिक इच्छाओं, शोहरत, चालाकी और उच्च बुद्धि से संबंधित है। जिनकी जन्म कुंडली में राहु कमजोर स्थिति में होता है, वे अक्सर मानसिक तनाव का सामना करते हैं और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते हैं.
मूलांक 4 वाले लोग सीधे और स्पष्ट होते हैं, जो अपनी भावनाओं को छिपाते नहीं हैं। ये दूसरों से मदद लेना पसंद नहीं करते और अपने कार्य स्वयं करना चाहते हैं। जब दो ऐसे लोग एक रिश्ते में आते हैं, तो उनके बीच झगड़े की संभावना बढ़ जाती है। दोनों अपनी बातों को रखने की कोशिश करते हैं, जिससे घर में तनाव उत्पन्न होता है. यदि वे अपने गुस्से और अहंकार को नियंत्रित कर सकें, तो उनके बीच सामंजस्य बना रह सकता है.