बाजार में उपलब्ध कई खाद्य पदार्थों में मिलावट की जा रही है। दूध, घी, मावा, पनीर आदि कई चीजों में मिलावट की जा रही है। बाजार में बिकने वाले इन मिलावटी उत्पादों का सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
वहीं, क्या आप जानते हैं कि विभिन्न व्यंजन बनाते समय इस्तेमाल किया जाने वाला सरसों का तेल भी मिलावटी होता है। बाजार में बिकने वाले इस मिलावटी सरसों तेल को पहचानना आम उपभोक्ता के लिए काफी मुश्किल है. इसी कड़ी में आज हम आपको इस खबर के जरिए उन तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं.
नाइट्रिक एसिड की मदद से सरसों के तेल में मिलावट का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको एक टेस्ट ट्यूब लेनी होगी और उसमें पांच ग्राम सरसों का तेल डालना होगा।
ऐसा करने के बाद इसमें नाइट्रिक एसिड मिलाएं। इसके बाद टेस्ट ट्यूब को हिलाएं. यदि परखनली को हिलाने पर रंग बदल जाता है। ऐसे में सरसों के तेल में मिलावट की गई है.थोड़े से सरसों के तेल को दो से तीन घंटे के लिए फ्रिज में रखकर आप मिलावट का पता लगा सकते हैं। यदि फ्रिज में रखने के बाद सरसों के तेल के ऊपर कोई सफेद रंग का पदार्थ तैरता हुआ दिखाई दे। ऐसे में सरसों के तेल में मिलावट की गई है.
इसका पता रबिंग टेस्ट से भी आसानी से लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी हथेली में सरसों का तेल मलना है। अगर ऐसा करने के बाद आपको कोई अलग रंग या गंध नजर आए। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि सरसों के तेल में मिलावट की गई है.