Operation Sindhu: इजराइल और ईरान के बीच युद्ध बढ़ता जा रहा है। दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइलों के जरिए हमला कर रहे हैं। इससे दोनों तरफ भारी नुकसान हो रहा है। युद्ध के कारण ईरान में मची तबाही के बीच वहां रह रहे भारतीयों के परिवारों की चिंता भी है। लोग अपने रिश्तेदारों के डर में जी रहे हैं। इस बीच भारत सरकार ने ईरान में रह रहे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है। ऑपरेशन सिंधु के जरिए ईरान से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा।
मालूम हो, ईरान में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ते हैं। उन्हें वापस लाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में ईरान में रह रहे भारतीयों का पहला जत्था आज देर रात भारत पहुंचेगा। मालूम हो कि ईरान की उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे करीब 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित आर्मेनिया लाया गया है। इन सभी छात्रों को भारत लाया जा रहा है। ईरान से भारत लाए जा रहे छात्रों का पहला जत्था 18 जून को देर रात भारत पहुंचेगा।
विदेश मंत्रालय ने क्या बताया?आपको बता दें कि इंडिगो की एक फ्लाइट इन छात्रों को आर्मेनिया के येरेवन एयरपोर्ट से लेकर कतर की राजधानी दोहा के लिए रवाना हो चुकी है। इसके बाद दूसरी फ्लाइट उन्हें दोहा से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट लेकर आएगी। इससे पहले मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान से छात्रों को निकाले जाने की पुष्टि की थी।
ऑपरेशन सिंधु के तहत कैसे हो रही है वापसी?ऑपरेशन सिंधु ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों, खासकर छात्रों को सकुशल भारत लाने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक विशेष बचाव अभियान है। इसके जरिए छात्रों को पहले आर्मेनिया के येरेवन एयरपोर्ट लाया जा रहा है, वहां से उन्हें कतर के दोहा एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट में बैठाया जाएगा और फिर दोहा से नई दिल्ली के लिए उड़ान भर रही है।