भारत की इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला जीत: एक ऐतिहासिक यात्रा
Gyanhigyan June 19, 2025 11:42 PM
भारत की टेस्ट श्रृंखला जीत का सफर

इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला जीतना हमेशा से विदेशी टीमों के लिए एक कठिन चुनौती रही है, खासकर उपमहाद्वीप की टीमों के लिए। दशकों से, भारत ने क्रिकेट की महिमा की खोज में कई बार यूके का दौरा किया है।


इंग्लैंड की धरती पर खेले गए 19 मैचों में से, भारत ने केवल तीन बार जीत हासिल की है, जो देश के क्रिकेट इतिहास में महत्वपूर्ण क्षण रहे हैं।



1971: पहली जीत

भारत की इंग्लैंड में पहली टेस्ट श्रृंखला जीत 1971 में हुई, जब अजित वाडेकर की कप्तानी में टीम ने ऐतिहासिक दौरा किया। इससे पहले, भारत ने इंग्लैंड में 19 टेस्ट खेले थे, लेकिन एक भी जीत नहीं मिली थी।


श्रृंखला की शुरुआत लार्ड्स और ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में दो कठिन ड्रॉ के साथ हुई। लेकिन द ओवल में अंतिम टेस्ट ने भारत को इतिहास में स्थान दिलाया। शानदार गेंदबाजी और अनुशासित बल्लेबाजी के साथ, भारत ने एक प्रसिद्ध जीत हासिल की, जिससे 1-0 से श्रृंखला जीतने में सफलता मिली। यह जीत न केवल सांख्यिकीय दृष्टि से महत्वपूर्ण थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट की वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा को भी बढ़ावा दिया।


1986: दूसरी जीत

15 साल बाद, भारत ने फिर से इंग्लैंड को उनके घर पर चौंका दिया। 1986 का दौरा, जिसमें कप्तान कपिल देव ने नेतृत्व किया, एक शक्ति प्रदर्शन था। भारत ने लार्ड्स में पहले टेस्ट में जीत हासिल की, इसके बाद हेडिंग्ले, लीड्स में दूसरे टेस्ट में भी जीत दर्ज की।


एडगबस्टन, बर्मिंघम में अंतिम टेस्ट में भारत ने श्रृंखला पहले ही जीत ली थी, जो अंततः ड्रॉ पर समाप्त हुई। अंतिम परिणाम 2-0 से श्रृंखला जीतना था, जो इंग्लैंड में भारत की दूसरी श्रृंखला जीत थी। यह 1980 के दशक में भारतीय क्रिकेट की बढ़ती ताकत और आत्मविश्वास को दर्शाता है।


2007: तीसरी जीत

भारत की इंग्लैंड में सबसे हालिया टेस्ट श्रृंखला जीत 2007 में हुई, जो राहुल द्रविड़ की कप्तानी में एक कठिन और यादगार अभियान था। पहले टेस्ट में लार्ड्स में एक करीबी ड्रॉ के बाद, भारत ने ट्रेंट ब्रिज में दूसरे टेस्ट में शानदार जीत हासिल की।


द ओवल में तीसरा और अंतिम टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ, जिससे भारत को 1-0 से श्रृंखला जीतने का मौका मिला। यह जीत विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह 31 वर्षों में भारत की इंग्लैंड में पहली श्रृंखला जीत थी, जिसने 1971 की सफलता की यादें ताजा कर दीं।


क्या शुभमन गिल इतिहास बदलेंगे?

इस बार 2025 में, टीम इंडिया इस मैदान पर आठवीं बार कदम रखेगी और शुभमन गिल नए कप्तान होंगे। श्रृंखला का पहला मैच 20 जून को इस मैदान पर खेला जाएगा। सभी की नजरें इस मैच के परिणाम पर होंगी। क्या भारतीय टीम हेडिंग्ले में अपनी पुरानी हार का बदला ले पाएगी? या इंग्लैंड अपनी बादशाहत बनाए रखेगा?


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.