दक्षिणी राजस्थान का डूंगरपुर जिला मुख्यालय सालभर पानी की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष करता है। हालात यह हैं कि आजादी के इतने सालों बाद भी 60 हजार की आबादी वाला यह शहर रियासतकालीन बांधों एडवर्ड समंद और डीमिया बांध से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है। खासकर गर्मियों में तो हालात यह होते हैं कि डीमिया का जलस्तर नीचे जाने पर पेयजल आपूर्ति में दिक्कत आती है। इस बार जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने डीमिया बांध में निचले स्तर के पानी का उपयोग करने के लिए जिला प्रशासन के निर्देशन में पहली बार फ्लोटिंग पंप लगाया है।
फिल्टर प्लांटों को मिलेगा पानी
इससे शहर के फिल्टर प्लांटों को भीषण गर्मी में भी डीमिया से पानी मिलता रहेगा। साथ ही मानसून सीजन के बाद फ्लोटिंग पंप सेटों को वापस अपने स्थान पर शिफ्ट किया जा सकेगा। इसके लिए विभाग ने राज्य सरकार की ओर से आकस्मिक योजना के तहत स्वीकृत एक करोड़ रुपए की राशि में से 4.45 लाख रुपए खर्च कर दिए हैं। बढ़ती आबादी के साथ पानी की बढ़ती मांग को देखते हुए जलदाय विभाग ने शहर को जलापूर्ति के मुख्य स्रोत डीमिया बांध की ऊंचाई बढ़ाने के प्रस्ताव भी तैयार किए थे। इसे सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गई है और डीमिया बांध की क्षमता बढ़ाने पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार डीमिया बांध की वर्तमान क्षमता 44.87 एमसीएफटी है। इसकी ऊंचाई बढ़ाने पर इसकी क्षमता 56.28 एमसीएफटी हो जाएगी। क्षमता बढ़ने से शहर को हर दिन 40 से 45 लाख लीटर पानी मिल सकेगा। जबकि वर्तमान में 20 लाख लीटर पानी मिल रहा है।
स्थायी समाधान के प्रयास
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता गोपीराम वर्मा ने बताया कि डूंगरपुर शहर की आबादी करीब 60 हजार है। यहां प्रतिदिन 50 से 60 लाख लीटर पानी की मांग है। वर्तमान में सोमकमला आंबा बांध से 20 लाख लीटर पानी लिया जा रहा है। गर्मी के मौसम में डेमिया व एडवर्ड समंद सहित शहर के अन्य जल स्रोतों से 30 से 40 लाख लीटर पानी मिल रहा है। डेमिया की क्षमता बढ़ने पर डेमिया से ही 45 से 50 लाख लीटर पानी मिलेगा। वहीं एडवर्ड समंद से 15 से 20 लाख लीटर पानी लिया जाएगा। ऐसे में सोमकमला आंबा से मिलने वाला पानी बोनस होगा। जिला कलक्टर के निर्देशन में शहर की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
स्थाई समाधान होगा
पीएचईडी की ओर से कंटीजेंसी प्लान के तहत इस बार के प्रस्ताव से शहर में जलापूर्ति की समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगा। डेमिया में फ्लोटिंग पंप लगने से अब पूरे गर्मी के मौसम में डेमिया से पानी मिल सकेगा।