आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सीएम की तरफ से दिल्ली में बारिश से जल भराव नहीं होने देने के किए जा रहे बड़े-बडे दावों की पोल खुद उनकी ही पार्टी के एक पार्षद ने खोल दी है. बड़ी बात यह है कि बीजेपी का यह पार्षद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निर्वाचन क्षेत्र शालीमार बाग से ताल्लुक रखता है. पीतमपुरा के वार्ड 57 से BJP पार्षद डॉ. अमित नागपाल ने LG विनय कुमार सक्सेना को चिट्ठी लिखकर कहा है कि शालीमार बाग समेत पूरी दिल्ली में जगह-जगह जलभराव होने से लोग परेशान हैं.
आम आदमी पार्टी के मुताबिक पार्षद ने इस पत्र की कॉपी मुख्यमंत्री और मेयर राजा इकबाल सिंह से लेकर अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ भी शेयर की है.
आम आदमी पार्टी ने बोला बीजेपी पर हमलाआम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश सौरभ भारद्वाज और MCD में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने पीतमपुरा के वार्ड 57 से BJP के निगम पार्षद डॉ. अमित नागपाल की तरफ से LG को लिखे पत्र को X पर साझा कर BJP और CM रेखा गुप्ता पर हमला बोला है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि CM रेखा गुप्ता की अपनी विधानसभा के भाजपा पार्षद ने दिल्ली सरकार की पोल खोल दी है. बड़ी-बड़ी डींगे मारने के बाद भी दिल्ली में खूब जल भराव हुआ, उनके अपने क्षेत्र शालीमार बाग़ का बुरा हाल देखा गया. अब तो अपना पार्षद कह रहा है कि दिल्ली सरकार की PWD विभाग से अच्छी तो MCD है. बीजेपी सरकार 4 महीने में पूरी तरह फेल साबित हुई है.
4 महीने में हुआ दिल्ली का बुरा हालउधर, MCD में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने BJP पार्षद के पत्र को X पर साझा कर कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अपने विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के अपने पार्षद जलभराव की समस्या से परेशान हैं. रेखा गुप्ता कह रही हैं कि जलभराव तो होगा ही, 4 महीने में ही दिल्ली का बुरा हाल कर दिया.
MCD और दिल्ली सरकार में नहीं तालमेलआम आदमी पार्टी का दावा है कि बीजेपी पार्षद ने LG को लिखे पत्र में साफ कहा है कि दिल्ली में बारिश से होने वाली जलभराव की गंभीर समस्या लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. इसकी मुख्य वजह MCD और दिल्ली सरकार के PWD विभाग के बीच तालमेल का नहीं होना है.
पार्षद ने कहा है कि PWD अक्सर मौजूदा लेआउट की पूरी जानकारी के बिना ड्रेन से जुड़े काम या रिपेयर का काम करता है, जिससे प्लानिंग में कमी और पब्लिक फंड का दुरुपयोग होता है. तालमेल नहीं होने की वजह से मरम्मत की गुणवत्ता को प्रभावित करता है और इसी वजह से रिहायशी इलाकों और सड़कों पर बार-बार जलभराव होता है.