हेलीकॉप्टर सेवा: पुलिस ने वाहन चालकों की सुविधा के लिए यातायात नियमों के उल्लंघन के बाद चालान का भुगतान आसान बनाने के लिए क्यूआर कोड यूपीआई सेवा की शुरुआत की है। पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बताया कि इस पहल के तहत जिला पलवल पुलिस को भी क्यूआर कोड दिया जाएगा, जिससे अब वाहनों के चालान आनलाइन क्यूआर कोड के माध्यम से भी भरे जा सकेंगे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इससे वाहन चालकों को चालान भरने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि यह पेटीएम क्यूआर कोड पलवल क्षेत्र के सभी थानों, चौकियों, ट्रैफिक बूथों और सीएससी सेंटरों में लगाए जा रहे हैं।
क्यूआर कोड स्कैन करने पर यह सीधे हरियाणा ट्रैफिक पुलिस के पेज पर ले जाएगा, जहां चालान नंबर या वाहन नंबर डालकर आसानी से भुगतान किया जा सकेगा। यह सुविधा केवल 90 दिनों तक उपलब्ध रहेगी, जिसके बाद चालान वर्चुअल कोर्ट में जमा हो जाएंगे। बकाया चालानों के लिए विशेष अभियान जारीसिंगला ने यह भी बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के बकाया चालानों को भरवाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि चालान न भरने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
सिंगला ने यह भी बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के बकाया चालानों को भरवाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि चालान न भरने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। पुलिस विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे लंबित चालानों को समय रहते भरें ताकि यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा से बचा जा सके।हरियाणा के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. अब खाटू श्याम बाबा और सालासर बालाजी के दर्शन के लिए उन्हें लंबा और थकाऊ सड़क मार्ग नहीं अपनाना पड़ेगा.
हिसार जिले से खाटू श्याम और सालासर धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है. इससे न सिर्फ यात्रा का समय घटेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को एक नया और सुगम विकल्प भी मिलेगा.
खाटू श्याम और सालासर धाम उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं. अब तक उन्हें लंबी दूरी की सड़क यात्रा करनी पड़ती थी, लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से यह अनुभव और भी श्रद्धामय और सुविधाजनक बन जाएगा.
त्योहारों और विशेष अवसरों पर इस सेवा की मांग और भी अधिक बढ़ सकती है, जिससे इसकी उपयोगिता साबित होगी.