कैंसर अब एक गंभीर बीमारी बन चुकी है, जो कई लोगों के लिए चिंता का विषय है। पहले इसे एक ऐसी बीमारी माना जाता था, जिसका इलाज संभव नहीं था।
हालांकि, चिकित्सा विज्ञान में हुई प्रगति ने इस धारणा को बदल दिया है। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है, और इसके उपचार के लिए निरंतर अनुसंधान जारी है।
डॉ. गुप्ता, जो कैंसर अनुसंधान में विशेषज्ञता रखते हैं, का मानना है कि कैंसर से होने वाली मौतों का मुख्य कारण लोगों की लापरवाही है। उन्होंने इस बीमारी के उपचार के कुछ उपाय साझा किए हैं।
उनका सुझाव है कि मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर देना चाहिए। यदि शरीर में चीनी की मात्रा कम हो जाएगी, तो कैंसर कोशिकाएं जीवित नहीं रह पाएंगी।
कैंसर से प्रभावित व्यक्तियों को सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीना चाहिए। यह उपाय कीमोथेरेपी से भी अधिक प्रभावी माना गया है।
इसके अतिरिक्त, सुबह और शाम को तीन चम्मच नारियल तेल का सेवन करने से भी सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
ये उपाय न केवल कैंसर रोगियों के लिए हैं, बल्कि वे लोग भी इन्हें अपना सकते हैं जो इस बीमारी से बचना चाहते हैं। नियमित रूप से शकरकंद का सेवन भी कैंसर की रोकथाम में सहायक हो सकता है।
इसके अलावा, जल्दी रात का खाना खाने से पेट के कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।