गर्मियों में धूप की वजह से स्किन पर टैनिंग यानी अनईवन टोन…कुछ-कुछ जगहों की स्किन डार्क हो जाना. वहीं अगर ज्यादा धूप में रहते हैं तो न सिर्फ त्वचा की रंगत डार्क हो जाती है, बल्कि त्वचा को भी नुकसान होता है, जिससे प्रीमेच्योर एजिंग हो सकती है. इसलिए धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन क्रीम या फिर लोशन अप्लाई करने की सलाह दी जाती है. बहुत सारे लोगों को सनबर्न की समस्या भी हो जाती है. इससे त्वचा पर लालिमा, रैशेज, इचिंग होने लगती है, लेकिन आखिर धूप में रहने से टैनिंग (स्किन का रंग डार्क हो जाना) या फिर सनबर्न क्यों होता है. इसके पीछे का लॉजिक हम जानेंगे स्किन एक्सपर्ट से.
धूप में रहने से टैनिंग या फिर सनबर्न क्यों हो जाता है? ये जानने के लिए हमने बात की नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रियंका अग्रवाल से. उन्होंने इसके पीछे की वजह बताने के साथ ये भी बताया है कि कैसे आप टैनिंग और यूवी किरणों से होने वाले स्किन डैमेज को अवॉइड कर सकते हैं.
धूप से क्यों होती है त्वचा की रंगत गहरी?एक्सपर्ट बताती हैं कि त्वचा की रंगत मेलानिन के उत्पादन पर निर्भर करती है. जब आप धूप के संपर्क में आते हैं तो टैनिंग यानी त्वचा का रंग गहरा होने की शिकायत मेलेनिन का स्तर शरीर में बढ़ जाने की वजह से होती है. तेज सन लाइट के साथ अल्ट्रावॉयलेट रेज को जब हमारा शरीर अवशोषित करता है तो मेलेनिन का उत्पादन शरीर में ज्यादा होता है और इस वजह से त्वचा का रंग गहरा हो जाता है.
क्यों होता है सनबर्न?डॉक्टर प्रियंका अग्रवाल कहती हैं कि जहां तक सन बर्न की बात है तो यह यूवी रेज यानी सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों की वजह से ही होता है. दरअसल यूवी किरणों से इंफ्लेमेटरी रिएक्शन होता है, जिससे त्वचा पर लालिमा आ जाती है और जलन, दर्द जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं.
हो सकती हैं ये समस्याएंएक्सपर्ट कहती हैं कि बहुत ज्यादा धूप में रहने से सनबर्न और टैनिंग होना आम लग सकता है, लेकिन इससे त्वचा को नुकसान पहुंचता है और इस वजह से समय से पहले झुर्रियां पड़ सकती हैं. इसके अलावा ऐसे लोगों (ज्यादा धूप में रहना) में स्किन कैंसर का जोखिम भी बढ़ जाता है.
कैसे रखें त्वचा का ख्याल?एक्सपर्ट कहती हैं कि इन दोनों स्किन प्रॉब्लम से बचने के लिए सबसे अच्छा है कि आप धूप में निकलने से बचें और अगर कहीं जाना जरूरी हो तो सन प्रोटेक्शन क्रीम अप्लाई करने साथ ही एजिंग क्रीम का यूज करें. 12 से 2 बजे तक की धूप से बचना चाहिए, क्योंकि इस वक्त अल्ट्रावायलेट किरणों का प्रभाव अधिक होता है. बाहर जाते वक्त छाता इस्तेमाल करें और ढीले लेकिन फुल कपड़े पहने ताकि त्वचा पूरी तरह से ढकी रहे. डॉक्टर कहती हैं कि तेज धूप आंखों को भी नुकसान पहुंचाती है, इसलिए अच्छी क्वालिटी के सनग्लासेस पहनने चाहिए.