IMD वर्षा चेतावनी: देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटों में यह बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के कई हिस्सों तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन दिनों में पंजाब में मानसून प्रवेश के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं.
पंजाब में 22 जून को भारी बारिश की संभावना को देखते हुए 16 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने पठानकोट, अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, कपूरथला, होशियारपुर, जालंधर, नवांशहर, लुधियाना, रूपनगर, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, संगरूर, मनसा और बरनाला में बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी है.
पंजाब के कई जिलों में रातभर रुक-रुक कर बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की औसतन गिरावट दर्ज की गई है. तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री कम रहा. हालांकि, बठिंडा में सबसे अधिक तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम विभाग ने 22 जून को चंडीगढ़ और उत्तरी हरियाणा के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. गरज-चमक और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. इससे सड़कों पर जलभराव, पेड़ों के गिरने या बिजली की आपूर्ति में बाधा जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यह भी बताया है कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में 22 जून से भारी बारिश की संभावना है. वहीं, पूर्वोत्तर भारत में भी अगले 7 दिनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है. इससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
IMD के अनुसार, मानसून अब हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ क्षेत्रों में भी प्रवेश कर चुका है. इससे इन पहाड़ी इलाकों में भी मौसम का मिजाज बदल चुका है और अगले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से आ रही नमी युक्त हवाओं ने मानसून की रफ्तार को तेज कर दिया है. यही वजह है कि पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत के इलाकों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है.
येलो अलर्ट को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें सतर्क हैं. लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने, बिजली उपकरणों से दूरी बनाने और खुले स्थानों में ना रहने की अपील की गई है.